एलिवेटड रोड को बंद करने का नहीं लगाया सूचक बोर्ड, धुंध के कारण आपस में टकराई छह कारें
धुंध के कारण नवांशहर के बंगा मार्ग पर एलिवेटेड रोड पर छह कारें आपस में टकरा गई। यह सभी कारें सुबह करीब साढ़े सात बजे जालंधर से रोपड़ की ओर जा रही थीं।
जागरण संवाददाता, नवांशहर : धुंध के कारण नवांशहर के बंगा मार्ग पर एलिवेटड रोड पर छह कारें आपस में टकरा गई। यह सभी कारें सुबह करीब साढ़े सात बजे जालंधर से रोपड़ की ओर जा रही थीं। हाईवे अथारिटी ने एलिवेटेड रोड को बंद कर दिया था, लेकिन रोड के बंद होने का कोई बोर्ड या नीचे के रास्ते से चलने का सूचक बोर्ड नहीं लगाया गया था। जसपाल सिंह ने बताया कि वो फगवाड़ा से चंडीगढ़ की ओर जा रहे थे। उन्होंने देखा कि उनके आगे जा रही तीन कारें डायवर्सन से टकरा गई। इसके बाद पीछे से आ रहीं दो अन्य कारें भी इन कारों से टकरा गईं। पीछे से आ रहा एक ट्रक भी इनसे टकरा गया। कारों की टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि दो कारें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। इनमें से तीन कारें व ट्रक चालक मौके से चले गए, जबकि दो कारें अभी भी एलिवेटेड रोड पर ही हैं। इस दुर्घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। दो लोगों को मामूली चोटें आईं हैं, जिन्हें बलाचौर के अस्पताल में दाखिल करवाने के बाद तुरंत छुट्टी दे दी गई।
विकास मलिक ने बताया कि उनके ससुर जालंधर के रहने वाले गोपाल कृष्ण इस घटना में मामूली घायल हो गए थे, जिन्हें बलाचौर के अस्पताल में दाखिल करवाया गया। उन्हें प्राथमिक उपचार देने के बाद छुट्टी दे दी गई है।
धुंध के कारण चालकों को बैरीकेड दिखाई नहीं दिए
एएसआइ सतनाम सिंह ने बताया कि एलिवेटड रोड को बंद किया गया है और नीचे की सड़क से ही जालंधर से चंडीगढ़ जाने वाले वाहन गुजरते हैं। धुंध के कारण वाहन चालकों को रास्ता बंद करने वाले बैरीकेड दिखाई नहीं दिए और कारें बैरीकेड से टकरा कर डिवाइडर पर चढ़ गईं। इसके बाद पीछे से आने वाली कारें भी इन कारों से टकरा गईं। सतनाम सिंह ने बताया कि इस मामले को लेकर कोई भी पुलिस कारवाई नहीं की गई है।
सूचक बोर्ड लगाना कंपनी की जिम्मेदारी
नेशनल हाईवे अथारिटी जालंधर जोन के एक्सईएन जसपाल सिंह का कहना है कि विभाग की ओर से फोर लेन प्रोजेक्ट बनाने वाली जीआर इंफ्रा कंपनी को दिशा निर्देश दिए गए हैं कि वो हर मोड़ पर दिशा सूचक बोर्ड को लगाएं। यह कंपनी की जिम्मेदारी बनती है कि अगर आगे रास्ता बंद है तो इस बारे बोर्ड लगाए जाएं।
आदेश के बावजूद अधिकारी नहीं ब्लैक स्पाट पर गंभीर
दिसंबर 2019 में लागातार हो रहे हादसों का संज्ञान लेते हुए तत्कालीन डीसी विनय बबलानी ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों को जिले के 25 ब्लैक स्पाटस की एक लिस्ट सौंपी थी और कहा था कि अब अगर इन ब्लैक स्पाट पर कोई हादसा होगा तो इसकी जिम्मेदारी संबंधित अधिकारियों की होगी। इसके बाद भी आज भी यह ब्लैक स्पाट लोगों की जान ले रहे हैं। अक्टूबर माह में ही 23 लोग विभिन्न स्पाटों पर अपनी जान गंवा चुके हैं।
यह है ब्लैक स्पाट
बाहड़ माजरा(बहराम)
गैलेक्सी रिजोर्ट से जौड़ा पीर(बहराम)
मार्केट बहराम (अंदरूनी)
मार्केट बहराम (बाहरी)
एनिमल डाइड लैंड बहराम
कलेरा टी प्वाइंट ढाहा
मजारी(तहसील बंगा)
बंगा(दाना मंडी)
बंगा जिदोवाल
खटकड़ कला(बंगा)
ड्रीमलैंट रिजोर्ट से लाल ढाबा(नवांशहर)
आंबेडकर चौक से चंडीगढ़ चौक
आइवीवाइ अस्पताल से सिविल अस्पताल तक(नवांशहर)
लंगड़ोया शमशान घाट से सरकारी स्कूल तक
लंगड़ोया में रामरायपुर कट से गुरविदर ढाबे तक(नवांशहर)
बैरसिया राहों रोड (नवांशहर)
जाडला दौलतपुर बस स्टैंड(नवांशहर)
गढ़ी कानूनगो (बलाचौर)
कंगना पुल बलाचौर
घई पंप से सुज्जोवाल तक(बलाचौर)
एम्मा चाहल से भरथला बस स्टैंड(काठगढ़)
रैल माजरा फ्लाईओवर(काठगढ़)
मजारी तहसील(बलाचौर)
मुकंदपुर शहशाह गेट(मुकंदपुर)
औड़ वाई प्वाइंट(औड़)