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सवा साल बाद आत्महत्या के लिए मजबूर करने के आरोप में तीन के खिलाफ केस दर्ज

13 जुलाई 2019 को जिला जेल मुक्तसर में दुष्कर्म के आरोप के अधीन बंद एक व्यक्ति त्रिलोचन सिंह की तरफ से आत्महत्या करने के मामले में नया मोड़ तब आ गया जब थाना सदर मुक्तसर की पुलिस ने पंजाब तथा हरियाणा हाईकोर्ट के आदेशानुसार दो महिलाओं सहित तीन लोगों पर आत्महत्या के लिए मजबूर करने के आरोप में मामला दर्ज कर लिया है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 19 Nov 2020 07:50 PM (IST)Updated: Thu, 19 Nov 2020 07:50 PM (IST)
सवा साल बाद आत्महत्या के लिए मजबूर करने के आरोप में तीन के खिलाफ केस दर्ज
सवा साल बाद आत्महत्या के लिए मजबूर करने के आरोप में तीन के खिलाफ केस दर्ज

रोहित कुमार, श्री मुक्तसर साहिब : 13 जुलाई 2019 को जिला जेल मुक्तसर में दुष्कर्म के आरोप के अधीन बंद एक व्यक्ति त्रिलोचन सिंह की तरफ से आत्महत्या करने के मामले में नया मोड़ तब आ गया जब थाना सदर मुक्तसर की पुलिस ने पंजाब तथा हरियाणा हाईकोर्ट के आदेशानुसार दो महिलाओं सहित तीन लोगों पर आत्महत्या के लिए मजबूर करने के आरोप में मामला दर्ज कर लिया है। त्रिलोचन सिंह एक निजी स्कूल में शिक्षक थे और ट्यूशन पढ़ाने का कार्य करते थे। ट्यूशन पढ़ने वाली छात्रा की तरफ से अपने शिक्षक पर दुष्कर्म करने के आरोप पर थाना सिटी मुक्तसर पुलिस ने मामला दर्ज किया था।

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मामले की सुनवाई के दौरान त्रिलोचन सिंह ने जेल में आत्महत्या करने से पहले 11 पन्नों का एक सुसाइड नोट भी लिखा था। इस आत्महत्या नोट पर पुलिस ने कोई कार्रवाई ना करने पर त्रिलोचन की पत्नी परमजीत कौर ने पंजाब तथा हरियाणा हाईकोर्ट में एक रिट दाखिल कर दी। इसके आधार पर एक स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम का गठन किया गया, जिसमें शामिल राजपाल सिंह हुंदल कप्तान पुलिस, उप कैप्टन हेमंत शर्मा मुक्तसर और थाना सदर प्रभारी प्रेम नाथ की रिपोर्ट के आधार पर थाना सदर की पुलिस ने आत्महत्या नोट में दर्ज खुशविदर कौर की माता, नवजीत कौर तथा अवतार सिंह मिस्त्री के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पीड़ित परिवार ने कानूनी प्रक्रिया पर संतुष्टि जाहिर की

शिक्षक की पत्नी परमजीत कौर ने बताया कि उनके पति त्रिलोचन सिंह एक साजिश का शिकार हुए थे। उन्होंने कहा कि आरोपी उनसे मोटी रकम वसूलना चाहते थे। जब उन्होंने मना किया तो आरोपियों उन्हें दुष्कर्म के केस में फंसा दिया। इसका दबाव झेलते हुए त्रिलोचन ने जेल में ही सुसाइड कर ली थी। पीड़ित परमजीत कौर ने कहा कि उन्हें कानून पर पूरा विश्वास था। उन्होंने कहा कि उन्हें पता था उनके पति को बेकसूर फंसाया गया है। इसलिए उन्होंने अपने पति को इंसाफ दिलवाने के लिए हाईकोर्ट में अपील की थी।


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