चुनावी रैलियों और जनसभाओं पर रोक का फैसला बिलकुल सही
कोरोना को लेकर चुनाव आयोग की ओर से चुनावी रैलियों व जनसभाओं पर लगाई गई रोक की सभी लोग सराहना कर रहे हैं।
संवाद सूत्र, श्री मुक्तसर साहिब: कोरोना को लेकर चुनाव आयोग की ओर से चुनावी रैलियों व जनसभाओं पर लगाई गई रोक की सभी लोग सराहना कर रहे हैं। उनका यह भी कहना है कि इस रोक को चुनाव तक ही जारी रखना चाहिए। उनका मानना है कि हर रोज कोरोना मरीजों की गिनती बढ़ती जा रही है। चुनाव आयोग का फैसला बहुत अच्छा
चुनावी रैलियों व जनसभाओं पर रोक लगाकर बहुत अच्छा किया गया है। चुनाव आयोग के लिए कोरोना की महामारी के बीच यह रोक लगाना जरूरी था। लेकिन चुनाव आयोग को इस रोक को चुनाव तक ही जारी रखना चाहिए। क्योंकि कोरोना के मामले तो लगातार बढ़ ही रहे हैं।
- आरती गोयल, कर्मचारी
आयोग का निर्णय बिलकुल सही
कोरोना के मद्देनजर चुनाव आयोग की तरफ से चुनावी रैलियों और जनसभाओं पर लगाई गई रोक बिलकुल सही है। इस रोक से चुनावी रैलियों व जनसभाओं से बढने वाले कोरोना के केसों को रोका जा सकेगा। कोरोना केसों में अभी कोई राहत नहीं मिल रही है। हर रोज नए मरीज आ रहे हैं।
- विकल खुराना, कर्मचारी। प्रतिबंध चुनाव तक जारी रखें
चुनावी रैलियां और जनसभाएं जहां लोगों के समय की बर्बादी हैं, वहीं पैसा भी बर्बाद होता है। बेशक चुनाव आयोग ने रैलियों व जनसभाओं पर रोक कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर लगाई है। लेकिन इस प्रतिबंध को चुनाव तक जारी रखना चाहिए। क्योंकि कोरोना लगतार बढ़ता ही जा रहा है।
- शिवदीप बराड़, कर्मचारी
चुनाव तक जारी रहे प्रतिबंध
कोरोना के कारण चुनावी रैलियों व जनसभाओं पर लगाई गई रोक चुनावों तक जारी रखनी चाहिए। कोरोना की रफ्तार पहले की तरह ही निरंतर जारी है। कोरोना को चुनावी रैलियों व जनसभाओं से फैलने से रोकने के लिए चुनाव इस प्रतिबंध को जारी रखना चाहिए।
- सुखमंदर सिंह, कर्मचारी।
आयोग का निर्णय सराहनीय
आयोग का फैसला सराहनीय है। मौजूदा हालातों में रैलियों और चुनावी जनसभाओं पर पाबंदी लगाना जरूरी था। जब कोरोना के दौरान स्कूल, कालेज बंद किए जा सकते हैं तो रैलियों और जनसभाओं पर पाबंदी होनी लाजिमी है। पाबंदी से कोरोना को और ज्यादा फैलने से रोका जा सकेगा।
- रोहित गोयल, कर्मचारी।