बाबा नानक की शिक्षाएं अपनाने की जरूरत : ढोसीवाल
गांधी नगर स्थित डेरा संत बाबा बग्गू भगत सांझा दरबार संत मंदिर में पहली पातशाही श्री गुरु नानक देव जी महाराज के प्रकाश उत्सव (गुरुपर्व) को समर्पित दो दिवसीय धार्मिक समागम देर रात संपूर्ण हो गए।
संवाद सूत्र, श्री मुक्तसर साहिब : गांधी नगर स्थित डेरा संत बाबा बग्गू भगत, सांझा दरबार संत मंदिर में पहली पातशाही श्री गुरु नानक देव जी महाराज के प्रकाश उत्सव (गुरुपर्व) को समर्पित दो दिवसीय धार्मिक समागम देर रात संपूर्ण हो गए। डेरा गद्दीनशीन परम पूजनीय भगत शम्मी चावला की अगुआई में हुए धार्मिक समागम में काफी संख्या में डेरे के स्थानीय और बाहरी श्रद्धालुओं ने दरबार में माथा टेका और हाजिरी लगवाई। देर रात चले इस समागम की शुरुआत भगत ने अरदास और डेरा संस्थापक ब्रह्मलीन संत बाबा बग्गू भगत जी की पवित्र मूर्ति की चरण वंदना करके की गई। सत्संग के दौरान प्रवचनों की अमृत वर्षा करते हुए भगत ने गुरुपर्व की बधाई देते हुए सभी की परिवारिक खुशहाली की कामना की। भगत ने कहा कि श्री गुरु नानक देव जी किसी धर्म के नहीं बल्कि पूरे संसार के मालिक हैं। उनकी शिक्षाओं पर अमल करके ही मानवता और भाईचारे वाले समाज की सृजना की जा सकती है। गुरु जी ने बहुत लंबा समय पहले स्त्री वर्ग की महानता के बारे में जो शिक्षा दी थी वो आज भी पूरी तरह तर्कसंगत है। गुरुपर्व समागम के दौरान प्रसिद्ध कथा वाचक स्वामी बुआ दित्ता जी जम्मू वाले ने अपनी पूरी टीम के साथ शबद कीर्तन करके श्री गुरु नानक देव जी की महिमा का गुणगान करके संगत को निहाल किया। उनके द्वारा गाए शबद हट्टी बाबे नानक दी, भुखियां दा ढिड भरदी पर संगत झूमने और नाचने लग पड़ी। जगदीश राय ढोसीवाल ने बताया कि गुरुपर्व समागम के दौरान हलका विधायक कंवरजीत सिंह रोजी बरकंदी और कांग्रेस नेता पुष्पिंदर भंडारी के अलावा शहर की विभिन्न सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं के नेताओं व सदस्यों ने भाग लिया। इस दौरान कन्या पूजन भी किया गया। समागम के अंत में भगत द्वारा अरदास की गई। उन्होंने फरमाया कि हर व्यक्ति को अपने ईष्ट और धर्म का पूरा सम्मान करना चाहिए। सभी धर्मों का आदर करना चाहिए। ढोसीवाल ने बताया कि भगत द्वारा हर श्रद्धालु को बाबा जी का प्रसाद रूपी आशीर्वाद दिया। समागम की समाप्ति उपरांत लंगर अटूट वितरित किया गया।