नहर के किनारे सड़क पर न रेलिंग और न ही स्ट्रीट लाइटें
नहरों के साथ सड़क पर रेलिग न होने के कारण हर समय सड़क हादसे होते रहते हैं।
संवाद सहयोगी, श्री मुक्तसर साहिब: नहरों के साथ सड़क पर रेलिग न होने के कारण हर समय सड़क हादसे होते रहते हैं। इन हादसों में हर वर्ष लगभग तीन से चार जानें चली जाती हैं। इसके बावजूद प्रशासन की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जाता। इन नहरों के साथ न तो कोई रेलिग और न ही कोई इनको कवर करने के लिए कोई प्रयास किया जाता है। टिब्बी साहिब रोड से कोटली को जाने वाले नहर के किनारे ऐसा ही देखने को मिल रहा है। रेलिग के अभाव में रात के समय हादसा हो सकता है। मगर प्रशासन का इस गंभीर मुद्दे पर ध्यान ही नहीं है। बता दें कि इस रोड पर कई बार हादसे भी हो चुके हैं और लंबे समय पहले कोटली रोड पुल के पास कार रजबाहे में गिरने से चार मौतें भी हो गई थीं। हालांकि कुछ समय पहले तक इस नहर के आस-पास बड़े-बड़े सरकंडे व झाड़ियां उगी हुई थीं। बीते दिनों नहर की साफ-सफाई के दौरान आस-पास साफ-सफाई कर दी गई। इसके बाद से यहां रोड व नहर एक समानंतर ही आ गए हैं। इससे कभी भी वाहन अनियंत्रित होकर सीधे नहर में जा सकता है। ऊपर से इस रोड पर स्ट्रीट लाइटें भी नहीं हैं। जिससे रात में खतरा और भी ज्यादा बढ़ जाता है। वहीं टिब्बी साहिब रोड से जलालाबाद रोड नहर में रेलिग तो लगी है, मगर वो भी कई जगह से टूट चुकी है।
-------
यहां पर भी हो चुके हैं हादसे
इसके अलावा मलोट रोड गांव रुपाणा के पास नहर में कई बार व्हीकल गिर चुके हैं, गांव चक दूहेवाला के पास नहर में कार गिरने से मुक्तसर निवासी मामा-भांजी की मौत हुई थी। गांव थांदेवाला में नहर में गिरने से एक ही परिवार के चार लोगों की मौत हुई थी। गांव भुल्लर के पास नहर में मुक्तसर के एक व्यापारी अपनी कार सहित गिर गया था। जो कि तीन चार दिनों बाद मिला था। नहर में कार को ढूंढते समय एक पिकअप गाड़ी तथा एक मोटरसाइकिल मिला था। इनके बारे में किसी को कुछ पता नहीं नहीं चला था। इसके अलावा गांव झबेलवाली के पास नहर में एक कार सवार गिरा था।