बनी हुई गली को ही फिर से बनाने नीचे हो जाएंगे घर
शहर के लोगो को बढि़या बुनियादी सुविधाएं देने के लिए
संदीप मलूजा, मलोट (श्री मुक्तसर साहिब)
शहर के लोगो को बढि़या बुनियादी सुविधाएं देने के लिए नगर कौंसिल द्वारा दस करोड़ खर्च कर नई गलियां, सड़के बनाने के कार्य शुरू करवाए गए हैं। लेकिन इस दौरान पहले कि बनी गलियों के ऊपर ओर मटीेरियल डालकर गलियां बनाने पर वार्ड नंबर दो की महिला ने एतराज जताते हुए अदालत का दरवाजा खटखटाया है। इस केस को लेकर दो दिसंबर को पेशी है।
वार्ड नंबर दो में रहने वाली कमला पाठक ने बताया कि पहले जब यह गली बनी तो हमारा घर कुछ इंच नीचे हो गया। अब नगर कौंसिल द्वारा इस गली को नया बनाया जा रहा है। इस गली में अब गली के ऊपर ही रेत बिछाकर उसके ऊपर इंटरलॉक टाइल लगाई जानी है। अब नई गली बनने के बाद हमारा घर और दस इंच नीचे हो जाएगा। इस कारण ही घर के पानी की निकासी नहीं हो पाएगी वहीं पर बरसाती पानी की निकासी नहीं होगी, जिस कारण परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। पाठक ने कहा कि नगर कौंसिल को अगर गली बनानी है तो पहले बनी हुई गली को उखाड़ा जाए, पहले की गली जितने इंच नीचे उखड़ी गई है। उतने इंच ही मटीरियल डालकर नई गली बनाई जाए। उन्होंने इस परेशानी को लेकर एडवोकेट अंकुश नारंग व एडवोकेट पीडी आर्य के माध्यम से आपनी दरखास्त मलोट की अदालत में लगाई है। अदालत ने स्टे आर्डर देते हुए आने वाली दो दिसंबर की तारीख तय की है।
उन्होंने कहा कि नगर कौंसिल द्वारा शहर में पहले बनाई गलियों, सड़कों के लेवल को दरकिनार करते हुए, पहले की बनी गलियों, सड़कों पर ओर मटीरियल डालकर नई सड़के, गलियां बनाई जा रही है, जिस कारण नई बनने वाली गली , सड़कों के साथ लगती गलियां व लोगो के मकान नीचे हो रहे है, जिस कारण गलियों व मकानों से पानी की निकासी होने पर लोगो को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। इनसेट
एस्टीमेट के अनुसार होता है काम : ईओ
नगर कौंसिल के ईओ जगसीर सिंह धारीवाल ने बताया कि महिकमे की हिदायत पर ही कार्य हो रहे हैं। एस्टीमेट ऊपर जाते है, जैसे पास होते है उस मुताबिक ही विकास कार्य करवाए जा रहे है।