शहर में आने वालों का गंदगी से होता है स्वागत
वैसे को शहर के हर रोड पर ही गंदगी का आलम है। लेकिन शहर का माल गोदाम रोड व जलालाबाद रोड इसमें अहम भूमिका निभाते हैं। यहां पर पड़ी गंदगी रोजाना ही हजारों लोगों का स्वागत करती है। क्योंकि यह दोनों रोड ही शहर के सबसे अधिक यातायात वाले रोड माने जाते हैं। जिस पर से होकर व्हीकल पर व पैदल लोग गुजरते रहते हैं। इस जगह पर पड़ी गंदगी से पैदा होने वाली बदबू लोगों के लिए भारी परेशानी पैदा करती है। क्योंकि इनके नजदीक ही लोगों की रिहायश भी है। जिन्हें सुबह शाम ही इस दिक्कत का सामना करना पड़ता है।
जागरण संवाददाता, श्री मुक्तसर साहिब
वैसे को शहर के हर रोड पर ही गंदगी का आलम है। लेकिन शहर का माल गोदाम रोड व जलालाबाद रोड इसमें अहम भूमिका निभाते हैं। यहां पर पड़ी गंदगी रोजाना ही हजारों लोगों का स्वागत करती है। क्योंकि यह दोनों रोड ही शहर के सबसे अधिक यातायात वाले रोड माने जाते हैं। जिस पर से होकर व्हीकल पर व पैदल लोग गुजरते रहते हैं। इस जगह पर पड़ी गंदगी से पैदा होने वाली बदबू लोगों के लिए भारी परेशानी पैदा करती है। क्योंकि इनके नजदीक ही लोगों की रिहायश भी है। जिन्हें सुबह शाम ही इस दिक्कत का सामना करना पड़ता है।
शहर के जलालबाद रोड पर से करीब दो दर्जन गांवों के लोग गुजरते हैं। जिन्होंने बस से या अपने व्हीकल से शहर आना होता है। इतना ही नहीं यहां से ही रोजाना स्कूल को जाने वाले सेंकड़े विद्यार्थी भी जाते हैं। जहां पर गंदगी पड़ी है उसके पास ही दो अस्पताल है जबकि दो उससे कुछ आगे हैं। यह गंदगी हमेशा ही ऐसे पड़ी रहती है। यहां पर सफाई कभी कबार ही होती है। गंदगी पर बैठे लावारिस पशु इस गंदगी को बिखेर देते हैं। इस रोड पर ही अधिकतर व्हीकल गुजरते हैं जोकि इस गंदगी को आगे बिखेर देते हैं। उधर माल गोदाम रोड पर रेलवे स्टेशन भी हैं जहां पर रोजाना ही हजारों यात्री आते जाते हैं। हालांकि यहां पर नगर कौंसिल की ओर से कंटेनर रखे हुए हैं। लेकिन इनमें कोई कूड़ा नहीं फेंकता। अधिकतर कूड़ा बाहर ही पड़ा होता है जिसमें लावारिस पशु मुंह मारते रहते हैं। इस कूड़े से इतनी गंदी बदबू आती है कि नजदीक से गुजरना मुश्किल हो जाता है। इनसेट
सफाई के लिए लोगों का सहयोग जरूरी : सेनेटरी इंस्पेक्टर
सेनेटरी इंस्पेक्टर परमजीत ¨सह का कहना है कि वह लगातार सफाई अभियान में लगे रहते हैं। माल गोदाम रोड से सुबह ही कूड़ा हटवा लिया जाता है। लोग कन्टेनर में कूड़ा फेंके तो यह समस्या आधी हल हो सकती है। लेकिन लोग तो सहयोग देकर खुश नहीं है। लोगों के सहयोग के बिना कुछ भी नहीं हो सकता।