हीमोफीलिया के इलाज के लिए केयर सेंटर बनाया जाए
हीमोफीलिया का इलाज करवाने वाले मरीजों ने केंद्र सरकार से शहर में सेंटर खोलने की मांग की है।
संवाद सहयोगी, श्री मुक्तसर साहिब
हीमोफीलिया का इलाज करवाने वाले मरीजों ने केंद्र सरकार से मांग की है कि इस बीमारी के जिला मुक्तसर में लगभग 12 से 15 मरीज हैं। जिनको इलाज के लिए अन्य जिलों में जाना पड़ता है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में दूसरे जिलों में जाकर इलाज करवाना बहुत मुश्किल है। उन्होंने मांग की है कि हीमोफीलिया के इलाज के लिए मुक्तसर सिविल अस्पताल में केयर सेंटर खोला जाए। शहर में इस सेंटर के न होने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। डा. बीरिदर सिंह ने मरीजों के साथ सिविल सर्जन डा. हरि नारायण तथा डीसी एमके अराविद कुमार को ज्ञापन भी सौंपा।
डा. बीरिदर सिंह ने बताया कि मरीज के रक्त में कोई कमी होती है जिस कारण चोट लगने के कारण मरीज का रक्त शरीर के अंदर ही बहने लग जाता है जिसका इलाज दो घंटे के अंदर करवाना जरुरी होता है। उन्होंने कहा कि इसके इलाज के लिए लगातार अस्पताल में जाना पड़ता है। इसलिए मुक्तसर जिले में इसका केयर सेंटर खोलना जरुरी है। उन्होंने कहा कि जिले के मरीजों को अन्य जिलों में इलाज करवाना के लिए जाना पड़ता है। उन्होंने बताया कि 22 जिलों में से अब तक 18 जिलों में यह इलाज शुरू हो चुका है, लेकिन मुक्तसर में अभी तक इसका इलाज शुरू नहीं किया जा सका है। डा. ने बताया कि इस बीमारी के कारण फिरोजपुर में एक मरीज की मौत भी हो चुकी है। उन्होंने कहा कि अगर जल्द ही इसका केयर सैंटर ना खोला गया तो वह संघर्ष करेंगे और मरणव्रत पर बैठेंगे।