दफ्तर के भीतर सफाई, आसपास गंदगी
जसप्रीत ¨सह, श्री मुक्तसर साहिब सिविल सर्जन दफ्तर के भीतर तो सफाई व्यवस्था चाक चौबंद है जबकि बि¨ल
जसप्रीत ¨सह, श्री मुक्तसर साहिब
सिविल सर्जन दफ्तर के भीतर तो सफाई व्यवस्था चाक चौबंद है जबकि बि¨ल्डग के साथ व पीछे जंगल का साम्राज्य दिखाई दिया। वही छतों पर भी घास फूंस उगा हुआ है।
सिविल सर्जन दफ्तर की इमारत की बात करें तो यह इमारत मौजूदा समय में काफी खस्ताहालत हो चुकी है। बि¨ल्डग के भीतर बने दफ्तर और गलियारे में किसी तरह की कोई खामी नजर नहीं आई। पानी की टंकी तक छत पर उगे पौधों के पीछे छिपी हुई दिखाई दी। इसके अलावा दफ्तर के प्रवेश द्वार के पास बने जनरेटर वाले रुम के पास क्वाटरों के बीच टूट चुकी दीवार को पौधों की झाड़ियों लगाकर बंद करने की कोशिश की गई है। यहां पर भी कूड़ा कर्कट का एक ढेर दिखाई दिया। हालांकि प्रवेश द्वार से लेकर मच्छर का लारवा खाने वाली मछली को पालने के लिए बनाए गए तालाब तक झाड़ू लगाकर सफाई तो की गई थी परंतु कौनों में कूड़े और उस पर पेड़ों के झड़ चूके पत्तो के ढेर भी लगे हुए थे। जबिक आयुर्वेद विभाग की बि¨ल्डग के पीछे झाड़ियों का जंगल बना हुआ था। यहां पर खंडहर बन चुकी पुरानी इमारत का एक बड़ा हिस्सा है। जहां पर देखने से ही जंगल प्रतीत होता है। यहां पर कुछेक एसी भी लगे हुए दिखाई दिए।
सीजन डेंगू का, मच्छरों का है घर
मौजूदा समय मलेरिया और डेंगू मच्छर के पनपने का सीजन है। लेकिन सेहत विभाग का तर्क है कि झाड़ियां मच्छर के पनपने या एकित्रत होने का जरिया नहीं बनती है। लेकिन इसमें लगने वाली मक्कड़ी जाल में फंसकर मच्छर पैदा बढ़ता है और यहीं से गंदगी पैदा होकर इसकी बदबू से कोई भी बीमारी लग सकती है। इनसेट
नई ईमारत के लिए प्रपोजल भेजा गया : सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ. सुखपाल ¨सह का कहना था कि उनकी ओर से नई इमारत बनाने का प्रपोजल भेजा गया है। जैसे ही वह पास होगी तो नई इमारत बनाई जाएगी। तब तक को मैनेज ही करना पड़ेगा क्योंकि इमारत खस्ता हाल है।