दो वर्ष बाद भी नहीं बना पाया ओवरब्रिज
जलालाबाद रोड पर रेलवे फाटक पर बन रहे ओवरब्रिज के निर्माण अभी भी पूरा नहीं हुआ है।
संवाद सहयोगी, श्री मुक्तसर साहिब
जलालाबाद रोड पर रेलवे फाटक पर बन रहे ओवरब्रिज के निर्माण में हो रही देरी के कारण शहर के व्यापारी प्रभावित हो रहे हैं। 16 जनवरी 2019 को भुल्लर कंस्ट्रक्शन कंपनी को 15 माह में पुल का कार्य करने का ठेका 17 करोड़ रुपये में हुआ था। 15 माह में ओवरब्रिज के कार्य को मुकम्मल करने के लोक निर्माण मंत्री के दावे हवाई साबित हो रहे है। पुल निर्माण की देरी के कारण इलाके के व्यापारियों व लोगों में रोष है।
दो वर्ष पहले रेलवे फाटक नंबर बी-30 पर ट्रैफिक जाम से निजात दिलवाने के लिए पुल का निर्माण कार्य शुरू किया गया तथा फाटक को 13 जनवरी 2019 को बंद कर दिया गया। जलालाबाद रोड तथा गुरुहरसहाय रोड से घासमंडी बाजार की तरफ जाने के लिए फाटक बंद होने के कारण कोई भी रास्ता न होने के कारण दुकानदार तथा व्यापारियों का कार्य समाप्त होने हो गया। लोग शहर में फाटक से आगे तक नहीं पहुंच सकते। कचहरी तथा सरकारी अस्पताल तक पहुंचने तक काफी समय लग जाता है, क्योंकि लंबे रास्ते द्वारा जाना पड़ता है, जिस कारण लोगों का समय अधिक लगता है। पुल निर्माण में देरी का मुख्य कारण फंड की कमी है। आज तक पंजाब सरकार ने 26 माह में पुल के लिए 17 करोड़ की बजाए केवल 4.50 करोड़ रुपये ही रिलीज किए है। अगर पंजाब सरकार ने 31 मार्च तक पांच करोड़ रुपये इस पुल के लिए अलाट न किया तो पुल मुकम्मल होने की आस भी टूट जाएगी।
नेशनल कंज्यूमर अवेरनेस फोरम के जिला प्रधान शाम लाल गोयल, सीनियर मीत प्रधान बलदेव सिंह बेदी मीत प्रधान भंवर लाल शर्मा, महासचिव गोबिद सिंह दाबड़ा, सचिव सुदर्शन सिंह सिडाना, संगठन सचिव जसवंत सिंह बराड़, वित्त सचिव सुभाष चगती तथा प्रेस सचिव काला सिंह बेदी का कहना है कि पुल के निर्माण बहुत ही सुस्त रफ्तार से चल रहा है जिस कारण शहर का व्यापार बंद हो रहा है। पंजाब सरकार से मांग की है कि इस पुल के निर्माण के लिए 31 मार्च से पहले पांच करोड़ रुपए की रकम जारी की जाए। पुल निर्माण की तरफ ध्यान दिया जाए तथा 30 जून तक यह कार्य पूरा करने के प्रयास किए जाए।