मोबाइल ने बच्चों का बचपन छीना : मीना अरोड़ा
लविग लिटिल प्लेवे स्कूल में मोबाइल के बच्चों पर पड़ रहे बुरे प्रभावों के बारे में लेक्चरर का आयोजन किया गया।
संवाद सूत्र, मलोट (श्री मुक्तसर साहिब)
लविग लिटिल प्लेवे स्कूल में मोबाइल के बच्चों पर पड़ रहे बुरे प्रभावों के बारे में लेक्चरर का आयोजन किया गया। प्रिसिपल मीना अरोड़ा ने बच्चों को मोबाइल के बुरे प्रभावों के बारे में बताते हुए कहा कि मोबाइल के कारण परिवार टूट रहे हैं, मोबाइल चलाने के साथ मनुष्य मानसिक बीमारियों का शिकार हो रहा है।
मोबाइल चलाने साथ अकेले रहना, ज्यादा गुस्सा, चिड़चिड़ापन, वजन घटना की बीमारी हो जाती है व मोबाइल से निकलने वाली किरणें भी आंखों पर बुरा प्रभाव डालती हैं, जिस के कारण आंखें खराब होने के कारण छोटी उम्र में ही बच्चों में ऐनकों लगवाने का रुझान बढ़ता जा रहा है। इसके अलावा बच्चे मोबाइल की आदत के कारण खाना खाने से भी गुरेज करते हैं, जिस के कारण बच्चों का पूर्ण विकास नहीं होता।
उन्होंने कहा कि हम खुद भी बच्चे को व्यस्त रखने के लिए बच्चे के हाथ में मोबाइल दे रहे हैं व उनसे उनका बचपन छीनने के अलावा बीमारियां की तरफ धकेल रहे हैं। उन्होंने समूह मां बाप से अपील की कि वह अपने बच्चों के हाथों में मोबाइल न देने की जगह उनको इस के बुरे प्रभावों के बारे में जागरूक करने की अपील की जिससे बच्चे मोबाइल जैसी बीमारी से बच सकें व अपने बचपन को मान सकें। इस अवसर पर बच्चों की तरफ से लेक्चरर को ध्यान के साथ सुना व मोबाइल का प्रयोग न करने का प्रण लिया।