निजी अस्पातल भ्रूण जांच का पर्दाफाश, आशा वर्कर काबू, धक्का दे कारिंदा फरार
लिग जांच करने की मिल रही लगातार शिकायतों के बाद सोमवार की देर शाम को सिरसा (हरियाणा) से आई सेहत विभाग व पुलिस की टीम ने मलोट के प्राइवेट अस्पताल में दबिश दी।
जागरण संवाददाता, मलोट (श्री मुक्तसर साहिब) : लिग जांच करने की मिल रही लगातार शिकायतों के बाद सोमवार की देर शाम को सिरसा (हरियाणा) से आई सेहत विभाग व पुलिस की टीम ने मलोट के प्राइवेट अस्पताल में दबिश दी। जहां पर उन्होंने लिग जांच करने के आरोप में एक आशा वर्कर व अस्पताल के एक कर्मचारी को काबू कर लिया। लेकिन बाद में कर्मचारी कार में से धक्का देकर फरार हो गया।
हरियाणा स्वास्थ्य विभाग को सूचना मिली थी कि सिरसा में कुछ लोग लिग जांच कराने का काम करते हैं और मोटी रकम वसूलते हैं। ये लोग पंजाब के विभिन्न जिलों में से लिग जांच करवाते हैं। इसी आधार पर विभाग की टीम ने विशेष जांच टीम गठित की। जिसमें नोडल अफसर डॉ. गौरव भट्टी, सिविल सर्जन सिरसा डॉ. बुध राम, डॉ. हरमन सिंह के अलावा हरियाणा पुलिस के एएसआई राधेश्याम, हवलदार रीतू रानी, कांस्टेबल किरन को शामिल किया गया। इस टीम ने एक गर्भवती महिला के जरिए जिला मुक्तसर के मलोट स्थित अस्पताल में लिग जांच के लिए दलाल से संपर्क किया। टीम ने स्वास्थ्य विभाग की एएनएम राजवीर कौर के जरिए दलाल अमनदीप सिंह व आशा वर्कर करमजीत कौर के साथ संपर्क बनाया। इस तरह मलोट पहुंचने पर अमनदीप व करनजीत कौर ने राजवीर व गर्भवती महिला को कार में बिठा लिया। इस तरह कुछ देर सड़क पर घुमाने के बाद दोनों को लेकर इंदिरा रोड पर डॉ. आरपी सिंह के अस्पताल में ले गए और अल्ट्रासाउड कराया। कुछ देर में करमजीत कौर ने अमनदीप को लड़का होने की बात कही तो अमनदीप ने राजवीर से चालीस हजार रुपये देन को कहा। राजवीर ने रुपये दे दिए और वहीं खड़ी टीम को इशारा कर दिया। हरियाणा की टीम अपने साथ ही सिविल सर्जन मुक्तसर डॉ. नवदीप सिंह, डीएचओ डॉ. केएस धालीवाल, डॉ. सुनीता रानी व सुखमंदर सिंह को साथ लेकर अस्पताल में तैयार खड़ी थी। इशारा मिलते ही उन्होंने जैसे ही धड़पकड़ शुरु की तो अमनदीप सिंह गाड़ी लेकर फरार हो गया। मगर टीम ने दलाल करमजीत कौर को हिरासत में ले लिया। जांच टीम का कहना है कि जांच दौरान अस्पताल के एंट्री रजिस्टर में अल्ट्रासाउड संबंधी रिकार्ड अधूरा ही मिला। उधर, सिविल सर्जन मुक्तसर ने अस्पताल का सारा रिकार्ड कब्जे में लेकर अल्ट्रासाउड मशीन को सील कर जांच शुरु कर दी है। डॉ. आरपी सिंह ने पक्ष रखते हुए बताया कि उनके पास आशा वर्कर एक गर्भवती महिला को लेकर आई थी जिसकी रुटीन जांच की गई थी कि बच्चा तंदरुस्त है। लिग जांच नहीं की गई है। थाना प्रभारी जसवीर सिंह ने बताया कि इस मामले में आशा वर्कर करमजीत कौर वासी गद्दाडोब (फाजिल्का)को गिर तार कर मामला दर्ज किया गया है। जबकि उसका साथी अमनदीप सिंह वासी बल्लूआणा (फाजिल्का) फरार है। उसे शीघ्र काबू कर लिया जाएगा।