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फसल की खरीद नहीं होने पर हाईवे किया जाम

फोकल प्वाइंट में लगभग एक माह से रखी धान की फसल की खरीद नहीं होने से परेशान किसानों ने वीरवार दोपहर एक बजे नेशनल हाईवे नंबर नौ मलोट से लंबी के बीच नहरों पर जाम लगाकर धरना दिया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 19 Nov 2020 06:19 PM (IST)Updated: Thu, 19 Nov 2020 06:19 PM (IST)
फसल की खरीद नहीं होने पर हाईवे किया जाम
फसल की खरीद नहीं होने पर हाईवे किया जाम

संवाद सूत्र, लंबी (श्री मुक्तसर साहिब) : फोकल प्वाइंट में लगभग एक माह से रखी धान की फसल की खरीद नहीं होने से परेशान किसानों ने वीरवार दोपहर एक बजे नेशनल हाईवे नंबर नौ मलोट से लंबी के बीच नहरों पर जाम लगाकर धरना दिया। किसानों का कहना था कि नमी की मात्रा अधिक बताकर फसल की खरीद नहीं की जा रही है। सेक्रेटरी के समझाने और फसल खरीदने के आश्वासन के बाद किसानों ने चार घंटे बाद धरना उठा लिया।

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किसान यूनियन के प्रधान एकता उगराहा के प्रधान गुरपाश सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार तो पहले ही किसानों को खेती सुधार कानून बनाकर परेशान कर रही है। वहीं अब पंजाब सरकार भी फोकल प्वाइंटों पर किसानों की फसलों को नहीं खरीद रही है। इससे पंजाब सरकार का भी किसान विरोधी चेहरा सामने आ गया है। उन्होंने कहा कि पहले तो किसान केंद्र सरकार के खिलाफ संघर्ष कर रहे थे अब राज्य सरकार के खिलाफ भी संघर्ष करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि कैप्टन सरकार ने कोरोना काल में किसानों पर हुए केसों को भी रद नहीं किया है।आग मौसम ऐसा ही रहा तो फसल में नमी की मात्रा बढ़ेगी। लेकिन इंस्पेक्टरों द्वारा नमी अधिक बताकर शैलर मालिकों को फायदा पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा किसानों को कहा गया था कि उनकी फसलों का एक-एक दाना खरीदा जाएगा, लेकिन अब परेशान कर रही है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी फसल का सही मूल्य नहीं दिया गया तो वे संघर्ष और तेज करेंगे। एक माह से फसल बिकने का इंतजार कर रहे किसान

प्रधान ने मार्केट कमेटी के इंस्पेक्टरों पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे शैलर मालिकों के साथ मिले हुए हैं। वे फसल में नमी अधिक बताकर चार से पांच किलो का बट्टा लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर कोई किसान इसके लिए राजी हो जाता है तो उसकी फसल की खरीदारी की जाती है अन्यथा फसल नहीं खरीदी जाती। उन्होंने कहा कि किसान एक माह से अधिक समय से धान की फसल लेकर बैठे हैं, लेकिन अब तक फसल की खरीद नहीं की गई है। --कोट्स

किसानों द्वारा इंस्पेक्टरों पर लगाए जा रहे आरोप बेबुनियाद हैं। अगर कोई ऐसी बात है तो वे उन्हें लिखित में शिकायत करें। वे उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे। किसानों से बातचीत करके मसला सुलझा लिया है। अब फोकल प्वाइंटों पर फसल की खरीद शुरू हो गई है।

-गुरप्रीत सिंह, सेक्रेटरी, मंडी बोर्ड।


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