पुलिस की कार्रवाई से असंतुष्ट होकर प्रबंधन ने मेला बंद किया
मलोट रोड पर लगने वाले मनोरंजन मेले के दौरान बीते शनिवार को हुई मारपीट का मामला।
संवाद सहयोगी, श्री मुक्तसर साहिब : मलोट रोड पर लगने वाले मनोरंजन मेले के दौरान बीते शनिवार को हुई मारपीट के दौरान पांच लोग घायल हो गए थे। जिसमें से दो व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गए थे। जिनमें से एक को डीएमसी लुधियाना रेफर किया था।
वीरवार को भी मेला प्रबंधकों द्वारा पुलिस प्रशासन पर रोष व्यक्त करते हुए मेला बंद कर दिया।
इस बारे में मेला प्रबंधक सत्यनारायण ने बताया कि बीते दिन हुई मारपीट में उनके पांच सदस्य घायल हो गए थे। जिसकी पुलिस को शिकायत भी दर्ज करवाई गई थी। जिसके चलते थाना सिटी में जस्सी नामक युवक तथा अन्य चार-पांच अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था, लेकिन पुलिस प्रशासन की तरफ से आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाए उनके मेले में सिक्योरिटी पर लगे दो युवकों को ही उठा लग गए। इस बारे में उन्होंने बताया कि पुलिस उनको छोड़ा नहीं रही है। इसके अलावा प्रशासन ने मेले में लगाए गए कैमरों का डीवीडीआर भी ले गई है। उन्होंने बताया कि बीते तीन दिनों से कैमरे बंद पड़े है। कोई भी कैमरा नहीं चल रहा है। ऐसे में अगर दोबारा मेले में कोई घटना होती है या मेले में कार्य करने वालों के साथ कोई मारपीट करता है तो इस बारे में कुछ पता नहीं चलेगा। उन्होंने पुलिस प्रशासन की कार्रवाई पर असंतोष जाहिर किया है। उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा आरोपियों पर कार्रवाई करने की बजाए उन्हें परेशान किया जा रहा है। जिसके चलते उन्होंने मेला बंद किया है। जांच चल रही है : थाना प्रभारी
इस बारे में थाना सिटी प्रभारी मोहन लाल ने बताया कि उन्होंने शनिवार को हुई लड़ाई की वीडियो लेने के लिए डीवीडीआर लिया है। उन्होंने बताया कि लड़ाई करने में मेले के कुछ लोग भी शामिल थे। मामले की जांच की जा रही है। थाना प्रभारी ने बताया कि इसी केस में मेले के दो लोगों को उठाया है। जिसने पूछताछ की जा रही है। मेला बंद होने से पांच से छह लाख का होगा नुक्सान
मेला के प्रबंधक सत्यनारायण ने बताया कि इस लड़ाई में उनका पहले ही बहुत नुकसान हो चुका है। दो लोगों को गंभीर चोटें आई हैं। जिनके इलाज में काफी रुपये खर्च हो रहे हैं। उन्होंने पुलिस प्रशासन की कार्रवाई पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि वीरवार को अच्छी धूप तथा सर्दी कम होने के कारण काफी लोग आए थे। लेकिन मेला बंद होने के कारण उनका लगभग पांच से छह लाख का नुकसान हो रहा है।