संवाद सूत्र, मलोट (श्री मुक्तसर साहिब) : पावरकाम के कर्मी सुखदेव सिंह के आत्महत्या के मामले ने सोमवार को तूल पकड़ लिया। सुखदेव सिंह के परिवार के सदस्य मौत के जिम्मेदार अधिकारियों की गिरफ्तारी और इंसाफ की मांग को लेकर मलोट-मुक्तसर मार्ग के बीच सुखदेव सिंह का शव रखकर धरने पर बैठ गए।
इस अवसर पर पुलिस ने परिवार वालों को समझाने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं माने और आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग पूरी होने के बाद ही शव के अंतिम संस्कार पर अड़ गए। दोपहर दो बजे से लेकर धरना शाम करीब चार बजे तक चला। डीएसपी भूपिदर सिंह के काफी देर समझाने के बाद परिवार वाले शव के संस्कार के लिए राजी हुए।
डीएसपी ने बताया कि आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। इस मौके पर सुखदेव के पिता गुरदेव सिंह, पुत्र सुखविदर सिंह, पत्नी जसवीर कौर, भाई कुलवंत सिंह, बेअंत सिंह और कुलवंत सिंह आदि उपस्थित थे। सुखदेव के पुत्र सुखविदर सिंह ने बताया कि बीते दिन उसके पिता खाना खाने के बाद 12 बजे डाक्टर के पास दवाई लेने का कह कर चले गए। दो तीन घंटे तक वापस घर न आए तो उन्होंने उसकी तलाश शुरू की। वहीं डाक्टर ने उन्हें बताया कि उसके पिता पास दवाई लेने नहीं आए। तलाश के दौरान वे पशुओं के नोहरे में गए तो पिता की लाश लटकती हुई मिली थी और पास से एक सुसाइड नोट मिला, जिस पर उन्होंने लिखा था कि एसडीओ तथा जेई की तरफ से उन्हें तंग परेशान किया जा रहा है और एक लाख रुपए की रिश्वत की मांग की जा रही है, जिससे परेशान होकर आत्महत्या कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि उसके पिता 20 वर्षों से पावरकाम विभाग में नौकरी कर रहे हैं और लंबे समय से उसके पिता को पावरकाम विभाग के अधिकारियों की तरफ से परेशान किया जा रहा था। उसने बताया कि पिता को बिना कोई कारण बताओ दिए निलंबित कर दिया था। इसके उपरांत उक्त अधिकारियों की तरफ से बहाल करने के लिए उसके पिता से रिश्वत की मांग की जा रही थी। सुखविदर सिंह ने पुलिस से अधिकारियों को गिरफ्तार किए जाने की मांग की है। उन्होंने बताया कि अगर पुलिस ने अधिकारियों को गिफ्तार नहीं किया तो वह इंसाफ की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन करेंगे। वहीं, कार्यकारी इंजीनियर अमनदीप सिंह गुलयानी ने कहा कि 24 सितंबर को महकमे के कार्य में कमियां पाए जाने के कारण उन्हें निलंबित किया गया था। सुखदेव सिंह की मौत का उन्हें अफसोस है। एसडीओ तथा जेई को इस मामले में आरोपित बनाया गया है। वह पूरे मामले की रिपोर्ट बनाकर अधिकारियों को भेज रहे है उसके बाद ही अगली रणनीति तय की जाएगी। थाना अधिकारी मलकीत सिहं ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी की जा रही है।
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