मलोट में कर्फ्यू, मुक्तसर व गिद्दड़बाहा में धारा-144
जेएनएन, श्री मुक्तसर साहिब, मलोट, गिद्दड़बाहा डेरा सच्चा सौदा के मुखी गुरमीत राम रहीम को स
जेएनएन, श्री मुक्तसर साहिब, मलोट, गिद्दड़बाहा
डेरा सच्चा सौदा के मुखी गुरमीत राम रहीम को सजा सुनाने के निश्चित दिन सोमवार को जिले भर में सन्नाटा पसरा रहा। मलोट शहर के अलावा हरियाणा की सीमा के साथ सटे हुए राज्य के लंबी विधानसभा हलके के गांवों भागू, मैहणा, हाकूवाला, कंदूखेड़ा, फत्ता केरा, मंडी किल्लियांवाली, गांव किल्लियांवाली, व¨ड़ग खेड़ा, ¨सघेवाला, भुल्लरवाला व तरमाला में भी दोपहर एक बजे से मंगलवार सुबह छह बजे तक के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया। जबकि श्री मुक्तसर साहिब व गिद्दड़बाहा शहर सहित जिले के अन्य क्षेत्रों में धारा 144 को अघोषित कर्फ्यू की तरह लागू कर दिया गया। तमाम बाजार, आवाजाही बंद करा दी गई। किसी को भी घरों से बाहर निकलने की इजाजत नहीं दी गई। सुबह होते ही शहरों में सन्नाटा छा गया था। शहर के चप्पे चप्पे पर बड़ी गिनती में पुलिस कर्मी तैनात कर दिए गए थे। हर तरफ सन्नाटे के अलावा और कुछ दिखाई नहीं पड़ रहा था। इस सख्ती के चलते जिले भर में कहीं कोई ¨हसक घटना नहीं हुई।
सब्जी मंडी भी करवा दी खाली
सुबह एक बार सब्जी मंडी में दुकानदारों और रेहड़ी वालों की ओर से सब्जी लेकर अपनी दुकानें सजा ली गई थी और उन्हें ग्राहकों का इंतजार था। लेकिन अभी ग्राहक तो आया नहीं था कि पुलिस ने सख्ती करते हुए पूरी सब्जी मंडी को खाली करवा दिया। मायूस दुकानदार चुपचाप पुलिस का मुंह ताकते हुए घरों को चल दिए।
इक्का दुक्का अस्पताल ही रहे खुले
कर्फ्यू जैसी स्थिति होने के बावजूद भले सभी लोगों ने अपनी दुकानें आदि बंद की हुई थीं, लेकिन इक्का दुक्का अस्पताल खुले हुए थे। उधर, बैंकों की ओर से भी मुख्य गेट बंद कर लिया गया था और अंदर बैठकर अपना कार्य निपटाया जा रहा था। एचडीएफसी बैंक की ओर से अपने एटीएम वाले कमरे से आवागमन रखा हुआ था। इनके आसपास पुलिस सुरक्षा भी बढ़ाई गई थी। मेडिकल की दुकानें भी बंद रहीं। भले मरीज और नहीं आ रहे थे लेकिन जो अंदर दाखिल थे, उनके उपचार में कोई कोताही न हो इसके लिए पूरी सावधानी बरती जा रही थी।