करण बराड़ के लिए निराश कांग्रेस के नेताओं को अपने साथ चला पाना बना चुनौती
कांग्रेस ने श्री मुक्तसर साहिब विधानसभा हलके से पूर्व विधायक करण कौर बराड़ को फिर से टिकट दिया हैं।
सुभाष चंद्र, श्री मुक्तसर साहिब : कांग्रेस ने श्री मुक्तसर साहिब विधानसभा हलके से पूर्व विधायक करण कौर बराड़ को फिर से टिकट दिया हैं। मुक्तसर से कांग्रेस की टिकट के लिए आधा दर्जन से भी अधिक लोग टिकट की दौड़ में थे, लेकिन आखिरकार जैसी की उम्मीद थी करण कौर बराड़ को ही टिकट मिला। करण राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. हरचरण सिंह बराड़ की पुत्रवधु हैं। हरचरण बराड़ परिवार से होने का ही करण बराड़ को फायदा मिला है। हालांकि वर्ष 2017 के चुनाव में वह शिरोमणि अकाली दल के प्रत्याशी कंवरजीत सिंह रोजी बरकंदी से चुनाव हार गई थीं। बेशक 2012 के चुनाव में वह रोजी बरकंदी को हराकर विधायक चुनी गई थीं। करीब 70 वर्षीय करण कौर बराड़ का मुकाबला इस बार फिर से शिअद-बसपा प्रत्याशी कंवरजीत सिंह रोजी बरकंदी के अलावा आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी जगदीप सिंह काका बराड़ तथा भाजपा के राजेश गोरा पठेला के साथ होगा। चूंकि यहां टिकट की दौड़ में कांग्रेस के जिला प्रधान व परिवहन मंत्री अमरिदर सिंह राजा वड़िग के मामा हरचरण सिंह सोथा बराड़, पूर्व विधायक सुखदर्शन सिंह मराड़ के पुत्र राज बलविदर सिंह मराड़, जिला कांग्रेस के कार्यकारी प्रधान भारत भूषण बिटा, कांग्रेस के प्रदेश महासचिव जगजीत सिंह हनी फत्तनवाला, जिला परिषद के सदस्य व कांग्रेस के पूर्व जिला प्रधान गुरसंत सिंह बराड़ के पुत्र सिमरजीत सिंह भीना बराड़ सहित कई अन्य लोग भी टिकट की दौड़ में थे। लेकिन अब टिकट न मिलने से वे काफी निराश हैं। जबकि इन तमाम नेताओं ने टिकट मिलने की उम्मीद पिछले काफी समय से अपनी गतिविधियां शुरू कर रखी थीं। पूर्व विधायक स्व. सुखदर्शन सिंह मराड़ के पुत्र राज बलविदर सिंह मराड़ तो शुक्रवार को अपने समर्थकों के साथ एक पैलेस में बड़ी बैठक करके अगली रणनीति पर विचार भी करने जा रहे हैं। करण बराड़ के बेशक टिकट लेने सफल रहीं, लेकिन टिकट न मिलने से निराश उक्त तमाम नेताओं को मनाकर अपने साथ चलाना उनके लिए बड़ी चुनौती रहेगी। शिअद व आप प्रत्याशी से मुकाबले में आने के लिए उनके लिए उक्त तमाम नेताओं को अपने साथ चलाना बहुत जरूरी है।