व्यापारियों और उद्योगपतियों को मिले राहत
केंद्र सरकार के आने वाले बजट से व्यापारियों और उद्योगपतियों को राहत देने की मांग की गई है।
जागरण संवाददाता, श्री मुक्तसर साहिब
केंद्र सरकार के आने वाले बजट से व्यापारियों और उद्योगपतियों को बड़ी उम्मीदें हैं। सबका मानना है कि कोविड ने व्यापार और उद्योग का बुरा हाल कर दिया है। सरकार को उनके बारे में सोचना चाहिए और उन्हें बड़ी राहतें देनी चाहिए, ताकि वे दोबारा से खड़े हो सकें। इंकम टैक्स की स्लैब बढ़े
पिछले दो सालों में कोविड के कारण व्यापार का बुरा हाल हो गया है। व्यापारियों को इस समय बड़ी राहत की जरूरत है। जहां इंकम टैक्स की स्लैब में वृद्धि करने की जरूरत है, वहीं टैक्स के अनुसार व्यापारियों को भी पेंशन लगानी चाहिए। मेडिकल सहूलियतों में भी वृद्धि होनी चाहिए।
- तेजिदर बांसल बब्बू, प्रधान कच्चा आढ़ती एसोसिएशन। टैक्स प्रणाणी हो आसान
टैक्स प्रणाली को बहुत आसान करने की जरूरत है। पहले तो यह तरह-तरह के टैक्स होने ही नहीं चाहिए। प्रत्येक वस्तु में टैक्स लगकर ही आना चाहिए। इस तरह मुलाजिम वर्ग की तरह व्यापारियों की भी पेंशन लगनी चाहिए। जो जितना टैक्स भरता रहा है, उसके अनुसार उसकी उतनी ही पेंशन हो।
- बंटी गोयल, जिला प्रधान पेस्टीसाइड्स एंड सीडस एसोसिएशन। बिजली की स्लैब एक हो
कोविड के कारण उद्योगों का बहुत नुकसान हुआ है। केंद्र सरकार को बिल पास कर देश के सभी उद्योगों के लिए एक समान बिजली का रेट करना चाहिए। पूरे देश में बिजली की दर एक ही होनी चाहिए। इसके अलावा हर आम कारोबारी के दो लाख रूपये तक के सबके कर्ज माफ किए जाने की जरूरत है।
- भारत भूषण बिटा, प्रधान राइस मिलर्स एसोसिएशन। लघु उद्योग को मिले बढ़ावा
इस समय उद्योगों का बहुत बुरा हाल है। केंद्र सरकार को उद्योगों को सहारा देना चाहिए। स्माल स्केल इंडस्ट्री को बढ़ावा देने की जरूरत है। जब उद्योग को बढ़ावा मिलेगा, तो उससे लोगों को रोजगार भी मिलेगा। आज बहुत बुरा हाल है। खर्चे बहुत ज्यादा है। खर्चे भी पूरे नहीं हो रहे हैं।
- सतीश असीजा, उद्योगपति