बादल भाइयों में मिटने लगीं दूरियां, वर्षों बाद चार घंटे एक साथ बिताया समय
पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और उनके भाई गुरदास बादल में राजनीति में आकर पड़ी दरार अब धीरे-धीरे कम होने लगी है। दोनों वर्षों बाद चार घंटे एक साथ बैठे रहे।
श्री मुक्तसर साहिब [भूरा राम]। पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और उनके भाई गुरदास बादल में राजनीति में आकर पड़ी दरार अब धीरे-धीरे कम होने लगी है। बीते दिनों एक समागम में घंटों एक साथ बैठने के बावजूद दोनों ने बात नहीं की थी, लेकिन दो दिन पूर्व दोनोंं बादल भाइयों ने चार घंटे एक साथ समय बिताया और खुलकर बातें भी कीं। इस दौरान दोनों काफी खुश नजर आए।
श्री मुक्तसर साहिब से चला अंतरराष्ट्रीय नगर कीर्तन गांव बादल पहुंचा था। नगर कीर्तन में शामिल होने के लिए दोपहर करीब साढे तीन बजे ही गुरदास बादल अपने भाई पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के घर जा पहुंचे। यहां इन्होंने तीन घंटे एक साथ समय व्यतीत किया और खुलकर बातचीत की। इस दौरान दोनों ने किसी से मुलाकात नहीं की। जब नगर कीर्तन आने का समय हुआ तो दोनों भाई एक ही गाड़ी में साथ निकले। गुरुद्वारा साहिब के पास नगर कीर्तन पहुंचा तो गुरदास बादल अधिक समय खड़ा न हो पाने के कारण कुर्सी पर ही बैठे रहे, जबकि प्रकाश सिंह बादल ने जाकर माथा टेका और आशीर्वाद लिया। दोनों भाई पूरे दिन में करीब चार घंटे तक साथ रहे।
बोले-बादल, राजनीति की बात सुखबीर से करो
प्रकाश सिंह बादल अब ऐसा लगता है कि वह राजनीति से कुछ दूर होने लगे हैं। हालांकि पहले वह राजनीति को लेकर काफी बातें करते थे। अब यदि कोई राजनीति को लेकर सवाल करता है तो वह कहते हैं कि राजनीति के संबंध में सुखबीर बादल से ही बात करें। इससे यह भी अंदाजा लगाया जा रहा है कि शायद राजनीति के कारण ही दोनों में दरार आई थी और अब जब प्रकाश सिंह बादल राजनीति से दूर होते जा रहे हैं तो दोनों भाइयों में नजदीकी बढ़ने लगी है।
हरसिमरत बादल ने अलग से किया स्वागत
दोनों भाई जहां एक साथ रहे, वहीं केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल उनसे अलग दिखीं। हरसिमरत ने इनसे अलग होकर नगर कीर्तन का स्वागत किया। उन्होंने अपने घर के पास अलग से टेंट लगवाया और वह नगर कीर्तन के साथ-साथ चलती रहीं।
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