युवा कांग्रेस के नेताओं ने महंगाई के खिलाफ सिलेंडर उठाकर किया प्रदर्शन
पेट्रोल-डीजल व एलपीजी की बढ़ती कीमतों के विरोध में जिला युवा कांग्रेस के शहरी अध्यक्ष विक्रमजीत पत्तों व महासचिव दीपू सहोता की अगुआई में पार्टी कार्यकर्ताओं ने गैस सिलेंडरों के साथ केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।
संवाद सहयोगी,मोगा
पेट्रोल-डीजल व एलपीजी की बढ़ती कीमतों के विरोध में जिला युवा कांग्रेस के शहरी अध्यक्ष विक्रमजीत पत्तों व महासचिव दीपू सहोता की अगुआई में पार्टी कार्यकर्ताओं ने गैस सिलेंडरों के साथ केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।
इस मौके पर विक्रमजीत सिंह पत्तों, दीपू सहोता ने कहा कि केन्द्र सरकार कार्पोरेट घरानों की कठपुठली बनकर रह गई है। देश के मध्यवर्गीय परिवारों के लिए गुजारा करना मुश्किल होता जा रहा है। उन्होंने कहा कि रोजाना बढ़ रही महंगाई ने आम आदमी का जीवन प्रभावित किया है। उन्होंने कहा कि अगर केंद्र ने जल्द पेट्रोल-डीजल व एलपीजी की कीमतें कम नहीं की तो संघर्ष को तेज किया जाएगा। इस मौके पर नौजवान नेता प्रभजीत सिंह, जसदीप दीपू, विक्की धर्मकोट, करण भाटिया , परमजीत रूपा, गुरप्रीत पीता, रामजोत, अरमान भुल्लर, संदीप कुमार, सुखदीप दीपा, शैंकी सोढ़ी, बलकरण सिंह,गौरव अरोड़ा, मनजिदर जौहल, गोपी लंडेके, विक्की धल्लेके, नवी जस्सल, हरसिमरत सिंह, नौनिहाल सिंह, विपिन गर्ग, प्राण जोशी आदि उपस्थित थे। चंदनवां ब्लूमिग बड्स स्कूल के स्टाफ ने फैसला का किया विरोध पंजाब सरकार ने 31 मार्च तक प्रदेश में सभी स्कूल बंद रखने के आदेश जारी किए हैं। इस वजह से बच्चों की पढ़ाई का बहुत नुकसान हो रहा है। सरकार को कोरोना महामारी से बचाव को लेकर स्कूल बंद करने के बजाय कोई और तरीका निकालना चाहिए था, ताकि बच्चों की पढ़ाई का नुकसान न होता।
यह विचार बीबीएस ग्रुप आफ स्कूल के चेयरमैन तथा फैडरेशन आफ एसोसिएशन आफ प्राइवेट स्कूल पंजाब लीगल कनवीनर संजीव कुमार सैनी ने प्रकट किए। वहीं, चंदनवां ब्लूमिंग बड्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल के स्टाफ ने पंजाब सरकार के स्कूल बंद करने के आदेश का विरोध जताया। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष भी कोरोना के चलते स्कूल बंद कर दिए गए थे। इस वर्ष भी सरकार ने बिना कुछ सोचे समझे स्कूल बंद कर दिए हैं। बोर्ड की परीक्षाएं दो महीने लेट हो गई हैं। पंजाब सरकार ने ऐसे आदेश जारी करके विद्यार्थियों का भविष्य अधर में लटका दिया है। प्राइवेट स्कूलों में काम करने वाले टीचिग व नान टीचिग स्टाफ पर रोजगार छिन जाने का संकट बना हुआ है। उन्होंने कहा कि सरकार को स्कूलों का बंद करने का आदेश को वापस लेना चाहिए।