उठे सवाल, शहर के बड़े कारोबारियों को धमकी भरे फोन करने वाले आखिर कौन हैं?
गैंगस्टर सुक्खा लम्मा की कहानी खत्म होने के बाद पुलिस की नजर अब स्थानीय अपराधियों पर हैं जो गैंगस्टर बनकर शहर के कारोबारियों को फोन कर रंगदारी मांग रहे थे।
सत्येन ओझा.मोगा
गैंगस्टर सुक्खा लम्मा की कहानी खत्म होने के बाद पुलिस की नजर अब स्थानीय अपराधियों पर हैं, जो गैंगस्टर बनकर शहर के कारोबारियों को फोन कर रंगदारी मांग रहे थे। गैंगस्टर सुक्खा लम्मा गैंग का पर्दाफाश होने के बाद पुलिस को न्यू टाउन के कपड़ा शो रूम के मालिक तेजिदर सिंह उर्फ पिका हत्याकांड के अलावा शर्मा स्वीट्स के मालिक बलबंत राय शर्मा पर जानलेवा हमले की गुत्थी ही सुलझ सकती है। अब सवाल उठता है कि अगर सुक्खा गैंग का यही सच है तो बाम्बे बेकरी, फेमिना बेकरी, जनता मीट शाप और बीआर फैशन के मालिकों को धमकी भर फोन कर उनसे रंगदारी मांगने वाले आखिर कौन हैं? इनमें से बाम्बे बेकरी, फेमिनी बेकरी, जनता मीट शाप के बाहर तो एसएसपी को लिखित शिकायत के बाद सुरक्षा बल पिछले कई महीनों से तैनात था। गैंग का पर्दाफाश होने के एक दिन बाद ही सुरक्षा बल हटा लिया गया है। सुरक्षा बल भले ही हट गया हो, लेकिन अब सवाल ज्यादा उठने लगे हैं कि आखिर उन्हें धमकी देने वाले हैं कौन। रंगदारी न देने पर हुई थी हत्या
पिछले साल जुलाई में जब शहर में लाकडाउन था। शहर की हर गली मोहल्ले में रास्तों पर बड़े-बड़े पत्थर लगाकर रास्ते अवरोधित कर दिए गए थे। उस समय सबसे पहले न्यू टाउन की गली नंबर एक निवासी सुपर शाइन के मालिक तेजिदर सिंह उर्फ पिका की मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए दो लोगों में से एक ने ताबड़तोड़ फायरिग करके हत्या कर दी थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार पिका से 25 लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई थी, पिका ने ऐसा करने के बजाय पुलिस को सूचित कर दिया। बस इसी बात से नाराज गैंगस्टरों ने पिका की दिन-दहाड़े हत्या कर दी। गाड़ी भगाकर बचाई थी जान
20 जुलाई की रात को शर्मा स्वीट्स के मालिक को भी 25 लाख की रंगदारी के लिए फोन आया था। एक हत्या पहले ही हो चुकी थी, ऐसे में एसएसपी हरमनबीर सिंह गिल तत्काल मौके पर पहुंचे। उन्होंने शर्मा स्वीट्स के मालिक से धमकी भरे फोन को लेकर विस्तार में चर्चा की। इस साल फरवरी में शर्मा स्वीट्स के मालिक बलवंत राय पर भी जानलेवा हमला किया गया लेकिन किसी तरह बलवंत राय ने अपनी गाड़ी तेजी के भगाकर जान बचा ली थी। सुक्खा लम्मा गैंग ने इन्हीं दो वारदातों को स्वीकार किया है। म लाजिम ही बन गया था गैंगस्टर
अब सवाल उठने लगे हैं कि बाम्बे बेकरी, फेमिना बेकरी, जनता मीट शाप, बीआर फैशन और शहर के जोगिदर सिंह चौक के निकट एक बड़े चिकित्सक को आखिर किसने धमकी भरे फोन किए थे। हालांकि द ग्रेट पंजाब प्रिटर्स के मालिक नवीन सिगला व न्यू टाउन में ही बंगाली स्वीट्स के मालिक को भी धमकी भरे फोन आए थे, लेकिन द ग्रेट पंजाब प्रिटर्स को फोन करने वाला उनका ही एक मुलाजिम निकला था जिसे कुछ दिन पहले भी उन्होंने नौकरी पर रखा था। बंगाली स्वीट्स के मालिक को भी गैंगस्टर का नाम लेकर धमकी भरा फोन करने वाला एक नशेड़ी निकला था, जिसे पुलिस ने उसी समय गिरफ्तार कर लिया था। नवीन सिगला ने खुद अपने प्रयासों से धमकी देने वाला पकड़कर पुलिस को सौंपा था। सूत्रों का कहना है कि ये तो वो नाम हैं जो चर्चा में आ गए थे लेकिन दबी जुबान से खुद पुलिस के अधिकारी मानते हैं कि शहर के 50 से ज्यादा बड़े व्यापारी हैं जिन्हें धमकी भरे फोन मिलने पर ज्यादातर ने तो रंगदारी दे भी थी। सुक्खा लम्मा गैंग के राजफाश के बाद अब रंगदारी देने वाले भी सोच में पड़ गए हैं कि आखिर उन्होंने रंगदारी किसे दे दी। भ मिगत हुए लोकल गैंगस्टर
प लिस सूत्रों का कहना है कि शहर में रंगदारी का सिलसिला शुरू होने के बाद स्थानीय स्तर पर नए-नए गैंगस्टर बने थे। उन्होंने इस मौके का फायदा उठाया। पुलिस को पिका व शर्मा स्वीट्स मालिक को मिली धमकी की जांच में सुक्खा लम्मा गैंग के सुबूत लगातार मिल रहे थे, इसलिए पुलिस उसी गैंग पर फोकस किए हुए थी, इसका फायदा कुछ गैंगस्टर उठा रहे थे। यही वजह है कि सुक्खा लम्मा गैंग का पर्दाफाश होने के बाद कुछ स्थानीय गैंगस्टर अचानक भूमिगत हो गए हैं।
एसपी डी जगतप्रीत सिंह ने कहा कि दो बड़े मामलों का तो खुलासा हो गया है, तो बाकी सच्चाई भी जल्द लोगों के सामने आ जाएगी।