ईशा ने 20 मिनट में दबोचे झपटमार, पुलिस को 56 घंटे लगे एफआइआर में
मोगा शहर में 23 नवंबर को तंग व भीड़ भरी गलियों में 20 साल की युवती ने मोबाइल छीनकर भाग रहे दो मोटरसाइकिल सवार झपटमारों का अकेले ही लगभग डेढ़ किलोमीटर 20 मिनट तक पीछा किया। इसके बाद उसने लोगों की मदद से आरोतिपों को दबोच कर बाद में पुलिस के हवाले कर दिया।
जागरण संवाददाता, मोगा
शहर में 23 नवंबर को तंग व भीड़ भरी गलियों में 20 साल की युवती ने मोबाइल छीनकर भाग रहे दो मोटरसाइकिल सवार झपटमारों का अकेले ही लगभग डेढ़ किलोमीटर 20 मिनट तक पीछा किया। इसके बाद उसने लोगों की मदद से आरोतिपों को दबोच कर बाद में पुलिस के हवाले कर दिया। मगर, पुलिस को इस बारे में एफआइआर दर्ज करने में 56 घंटे लग गए। इन 56 घंटों में पुलिस पकड़े गए दोनों आरोपितों से पूछताछ करके एक भी दूसरा केस नहीं उगलवा पाई है।
पुलिस की यह कार्यप्रणाली शहर के लोगों पर भारी पड़ रही है, पुलिस को शहर में आए दिन हो रही लूट, दोपहिया वाहन चोरी की घटनाओं के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज सौंप दिए जाने के बावजूद पुलिस उन्हें पकड़ नहीं पा रही है। हाल ही में नवीन सिगला से रंगदारी की साजिश रचने के आरोपितों को भी खुद नवीन सिगला व उनके साथियों ने पकड़ा था।
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यह है मामला
शहर में 23 नवंबर की दोपहर न्यू टाउन में डीएम कालेज में फिजिकल एजुकेशन विभाग के विभागाध्यक्ष डा. जितेन्द्र शर्मा की 20 वर्षीय बेटी ईशा शर्मा अपनी मां के साथ स्कूटी पर खरीदारी के लिए गई थी। एक दुकान के बाहर रुकने पर निशा ने अपनी मां को स्कूटी से उतारा। इसी दौरान मोटरसाइकिल सवार दो युवक निशा का मोबाइल छीनकर भागने लगे। निशा ने साहस दिखाते हुए बिना समय गंवाए मोटरसाइकिल पर भीड़ भरे बाजार में 70-75 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से भाग रहे उक्त झपटमारों का पीछा शुरू कर दिया। लगातार डेढ़ किलोमीटर तक पीछा करते देख झपटमारों की हिम्मत पस्त हो गई। इस दौरान पुराना मोगा में खालसा गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल के बाहर मोटरसाइकिल फिसलने के कारण गिर गया। इसी दौरान पीछे से चीखते हुए उक्त झपटमारों का पीछा कर रही ईशा की आवाज आसपास के लोगों ने सुनी, तो उन्होंने मदद करते हुए दोनों आरोपितों को दबोच लिया। इसके बाद उसी दिन दोनों आरोपितों को थाना साउथ सिटी पुलिस के हवाले कर दिया ।
इस बारे में थाना साउथ सिटी पुलिस ने बूटा सिंह निवासी प्रीत नगर और गगनदीप सिंह निवासी श्मशानघाट पुली वाला मोहल्ला के खिलाफ 25 नवंबर की रात को आठ बजे केस दर्ज किया। 56 घंटे की इस अवधि में पुलिस आरोपितों से एक भी दूसरा केस नहीं उगलवा सकी। इस मामले की तफ्तीश कर रहे एएसआइ कुलवंत सिंह का कहना है कि मामले की जांच के बाद उन्होंने केस दर्ज किया है। पुलिस 56 घंटे क्या जांच करती रही, इसका कोई जबाव उनके पास नहीं है।
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पहले भी हो चुकी है उपेक्षा
केस 1 : सीसीटीवी फुटेज सौंपने के बावजूद आरोपित काबू नहीं
इसी साल 20 जून को अहाता बदन सिंह की गली नं. 5 से शहर में एक पैथ लैब संचालक नितीश धमीजा की मोटरसाइकिल पीबी-29एच-8124 चोरी हुई। नितीश के पिता ने मोटरसाइकिल चोरी करने वाले की सीसीटीवी फुटेज पुलिस के हाथ में 21 जून को थमा दी थी। इसमें मोटरसाइकिल चोरी कर ले जाते हुए व्यक्ति का चेहरा साफ दिख रहा था। मगर, तत्कालीन थाना साउथ सिटी के एसएचओ ने उन्हें जबाव दिया कि सोच लो मोटरसाइकिल दान कर दी, आरोपित मिल नहीं रहा है। इसके बाद से आज तक न मोटरसाइकिल मिली न आरोपित।
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केस. 2 : हत्यारोपित भी अभी काबू नहीं
न्यू टाउन की गली नं. 1 में 14 जुलाई को कपड़ा कारोबारी सुपर शाइन के मालिक तेजिदर सिंह पिका की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस को पूरी घटना लाइव सीसीटीवी कैमरे की फुटेज उसी दिन मिल गई। अब तक पुलिस इस मामले में विदेश में बैठे व जेल में मौजूद गैंगस्टरों के खिलाफ नाम तो केस में नामजद कर चुकी है। मगर, देश में ही बैठे हत्यारे पकड़ नहीं पाई है।
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केस-3 : देरी से दर्ज किया स्कूटी चोरी का केस
जवाहर नगर निवासी योग साधिका गीतिका ग्रोवर की स्कूटी चार दिसंबर 2019 को नेचर पार्क से चोरी हुई थी। तीन-चार महीने तक तो पुलिस ने केस ही दर्ज नहीं किया, बाद में दबाव बनाने पर केस दर्ज किया, लेकिन स्कूटी का आज तक पता नहीं चला। गीतिका का कहना है कि तीन-चार महीने थाने में चक्कर लगाए, लेकिन पुलिस वाले बात तक ठीक से नहीं सुनते हैं।