टीएलएफ में 21 जून को आनलाइन मनाया जाएगा योग दिवस
। द लर्निंग फील्ड ए ग्लोबल स्कूल (टीएलएफ) की ओर से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर आनलाइन योग गतिविधियों 21 जून को करवाई जाएंगी।
संवाद सहयोगी,मोगा
द लर्निंग फील्ड ए ग्लोबल स्कूल (टीएलएफ) की ओर से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर आनलाइन योग गतिविधियों 21 जून को करवाई जाएंगी।
प्रिसिपल स्मृति भल्ला ने बताया कि योग दिवस पर किडरगार्टन से लेकर 12 वीं कक्षा तक के बच्चों की आनलाइन योग एक्टीविटी होंगी। इसके लिए रजिस्ट्रेशन शुरू कर दी गई है। 19 जून तक बच्चे अपनी रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। बच्चे योग अभ्यास, योग क्रियाओं तथा आसन की दो मिनट का वीडियो व फोटो स्कूल के वाट्सएप ग्रुप पर 19 जून तक भेज सकते हैं। उन्होंने कहा कि 21 जून तक बच्चों का वीडियो व फोटो स्कूल के निर्णायक मंडल की ओर से चेक किया जाएगा। इस आनलाइन एक्टीविटी में भाग लेने वाले बच्चों को ई-सर्टिफिकेट देकर उनकी हौंसला अफजाई की जाएगी। इस मौके पर स्कूल के चेयरमैन इंजी. जनेश गर्ग, चेयरपर्सन डा. मुस्कान गर्ग, डायरेक्टर सुनीता बाबू, मुख्य अध्यापिका रेखा पासी व कोआर्डिनेटर हरप्रीत कौर ने कहा कि बच्चों को योग दिवस की महत्ता के बारे में भी स्कूल के योग टीचर की ओर से जानकारी दी जाएगी। उन्होंने विद्यार्थियों को योग दिवस पर आनलाइन एक्टीविटी में हिस्सा लेने को प्रेरित किया। पीएसयू ने शिक्षण संस्थान खुलवाने को लेकर कमर कसी पंजाब स्टूडेंट्स यूनियन (पीएसयू) की ओर से रोडे, राजेयाना, वैरोके आदि गांवों में शिक्षण संस्थानों को खुलवाने को लेकर विद्यार्थियों व अभिभावकों से नुक्कड़ बैठकें की। इस मौके पर जिलाध्यक्ष मोहन सिंह औलख ने कहा कि सरकार की ओर से कोरोना के नाम पर दहशत का माहौल बनाकर लोगों को घरों में बंद किया गया है।
उन्होंने कहा कि कोरोना की मौत दर सिर्फ 1.5 प्रतिशत है, 100 प्रतिशत में से 80 प्रतिशत लोगों को इसके कोई लक्षण ही नहीं पता चलते, जबकि 20 प्रतिशत लोगों को खांसी, जुकाम, बुखार के लक्षण आते है तथा 15 प्रतिशत लोग घर में ही ठीक हो जाते है, सिर्फ पांच प्रतिशत लोगों को अस्पताल जाने की जरूरत पड़ती है।
उन्होंने कहा कि पिछले डेढ़ वर्ष से लाकडाउन के कारण विद्यार्थियों की पढ़ाई का बहुत ज्यादा नुकसान हुआ है। आनलाइन शिक्षा सिस्टम कारगर साबित नहीं हुआ। उन्होंने सरकार से मांग की कि जल्द से जल्द शिक्षण संस्थान खोले जाएं तथा विद्यार्थियों से वसूल की नाजायज फीसें वापस की जाएं। अगर सरकार यह मांगें नहीं मानती तो आने वाले समय में पीएसयू बड़े स्तर पर संघर्ष करेगी। इस दौरान जसप्रीत राजेयाना, कमल बाघापुराना, संदीप रोडे, नवदीप समालसर आदि मौजूद थे।