चोरी के आरोपित 22 दिन हिरासत में रखे, छोड़ने के बाद अज्ञात पर केस दर्ज किया
थाना सदर पुलिस ने गांव साफूवाला में 29-30 अगस्त की रात तीन घरों से सोने-चांदी के गहने व नकदी चुराने के आरोप में घटना के तीन महीने बाद अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया है।
संवाद सहयोगी, मोगा : थाना सदर पुलिस ने गांव साफूवाला में 29-30 अगस्त की रात तीन घरों से सोने-चांदी के गहने व नकदी चुराने के आरोप में घटना के तीन महीने बाद अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया है। गांव की पंचायत में जिन तीन आरोपितों ने चोरी की बात कबूली थी, पुलिस ने उन्हें 22 दिन हिरासत में रखा। तीनों को छोड़ने के बाद अब अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
शिकायतकर्ता का आरोप है कि गांव बुक्कनवाला की पंचायत ने तीन लोगों को काबू करके पुलिस के हवाले कर किया था। जिसके आधार पर सदर पुलिस ने गहने व नकदी बरामद की थी, लेकिन 22 दिन के बाद पुलिस ने पकड़े गए आरोपितों को छोड़ दिया गया।
शिकायतकर्ता हरजीत सिंह पुत्र जलोर सिंह निवासी साफूवाला क कहना है कि 29-30 अगस्त की मध्य रात्रि वह परिवार सहित घर में सो रहा था। इसी दौरान कुछ लोगों ने घर से जेवरात चोरी कर लिए। इस मामले में पुलिस को सूचना देने के बावजूद बी पुलिस पहले तो टालमटोल करती रही। जिन लोगों पर चोरी का शक था उन्हें गांव बुकनवाला की पंचायत में 26-27 सितंबर को बुलाया गया, जहां पंचायत के सामने पूछताछ करने पर आरोपितों ने चोरी की बात स्वीकार कर ली थी। इसके बाद पंचायत की सूचना पर थाना सदर पुलिस आरोपितों को थाने में हिरासत में ले आई थी। 22 दिन तक उन्हें पुलिस हिरासत में रखने के बाद थाने से छोड़ दिया।
थाना सदर में तैनात सहायक थानेदार सतनाम सिंह ने बताया कि हरजीत सिंह की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ साढे आठ तोले सोने के गहने, 20 हजार रुपये नकदी के अलावा उसके चाचा के लड़के हरदेव सिंह पुत्र राजेंद्र सिंह निवासी साफूवाला के घर से साढे तीन तोले सोने के गहने, तीन तोले चांदी व पांच हजार रुपये नकदी और एक अन्य चाचा के लड़के हरप्रीत सिंह पुत्र राजेंद्र सिंह के घर से तो तोले सोने के गहने, चांदी की पायल करीब अढ़ाई तोले चोरी करने के आरोप में केस दर्ज किया गया है।
थाना सदर के प्रभारी निर्मलजीत सिंह ने बताया कि उक्त लोगों के कहने पर उन्होंने कथित लोगों को काबू किया है। काबू किए गए लोगों की निशानदेही पर जांच की, लेकिन कोई रिकवरी नहीं हुई। सीआइए स्टाफ ने भी आरोपितों से पूछताछ की, लेकिन कुछ बरामद न होने के बाद काबू किए गए लोगों को छोड़ा गया है।