जगमग अयोध्या से कुम्हारों के घर भी हुए 'रोशन'
मोगा 500 साल के लंबे कालखंड के बाद आखिर भगवान श्रीराम के अध्योध्या में बनने वाले मंदिर की नींव बुधवार को रख दी गई। इसका उत्साह जहां शहर में बड़ी संख्यामें राम भक्तों में देखने को मिला वहीं मिट्टी के दीये बनाने वालों के घर भी इसके चलते रोशन हुए।
राज कुमार राजू, मोगा
500 साल के लंबे कालखंड के बाद आखिर भगवान श्रीराम के अध्योध्या में बनने वाले मंदिर की नींव बुधवार को रख दी गई। इसका उत्साह जहां शहर में बड़ी संख्यामें राम भक्तों में देखने को मिला, वहीं मिट्टी के दीये बनाने वालों के घर भी इसके चलते रोशन हुए। मिट्टी के दीये बनाने वाले कुम्हारों का बुधवार को उनके द्वारा पिछली दीवाली को बनाए गए दीयों का स्टॉक एकदम से खत्म हो गया। अचानक बढ़ी बिक्री से खुश हुए दीये विक्रेताओं का भी कहना है कि बड़ी संख्या में उनके दीये बिकने से अब वे आने वाली दीवाली के लिए नए सिरे से गर्मजोशी के साथ दीये बनाने का काम शुरू करेंगे। साथ ही इसके लिए एडवांस राशि आ जाने से अब वे दीवाली के लिए फैंसी दीये भी बनाने का प्रयास करेंगे, क्योंकि उसमें कमाई भी ज्यादा है।
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बीस रुपये के 12 दीये
विक्की वर्मा कई सालों से प्रताप रोड पर मिट्टी के बर्तन बेचने का काम करते आ रहे हैं। उनके दीये पहले अक्सर दीवाली पर ज्यादा बिकते थे। मगर, इस बार गत कई दिनों से भगवान श्रीराम के मंदिर के शिलान्यास को लेकर शहर में मिट्टी के दीयों की की मांग अचानक बढ़ जाने से उनके द्वारा इकट्ठा किया गया दीयों का पिछला स्टॉक पूरा खत्म हो गया। उनका कहना है कि बड़ी संख्या में लोगों ने दीये खरीदे हैं। उन्होंने प्रति दर्जन 20 रुपये के भाव से दीये बेचे हैं।
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सभी दीये बिकने से प्रसन्न
मिट्टी के दीये तैयार करने वाले कुम्हार सतपाल ने बताया कि श्रीराम मंदिर के शिलान्यास के बारे में उन्हें पहले कोई जानकारी नहीं थी। पिछले दो तीन दिनों में उनके पास कुछ लोग बड़ी संख्या में दीये खरीदने आने लगे, तो उन्होंने घर में रखे सभी दीये निकाल लिए। फिर, लोगों से पूछा कि दीये क्यों खरीदे जा रहे हैं। तब पता चला कि अयोध्या में भगवान श्रीराम का मंदिर बन रहा था। अयोध्या में भगवान राम अपने मंदिर में आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रभु श्रीराम के मंदिर के निर्माण के चलते उनके दीयों की इतनी बिक्री होगी, उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था। वह सभी दीये बिकने से खुश हैं। मगर, अब वह आने वाली दीवाली के लिए रंगबिरंगे फैंसी दीये बनाने का काम करेंगे, क्योंकि बाजार में अब फैंसी दीयों की बिक्री बढ़ गई है।