पौधे लगाने से ज्यादा फोकस पौधों को पालने पर होनी चाहिए
मोगा जिले में पौधों को बढ़ावा देने व वन क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए जरूरी है कि लोगों को जागरूक किया जाए। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखना होगा कि हर साल लाखों पौधे लगा तो दिए जाते हैं और सरकार का पूरा जोर लक्ष्य को पूरा करने के लिए पौधे लगाने पर रहता है लेकिन उन्हें पालने पर उतना फोकस नहीं रहता है। यह कहना है कि डीएम कॉलेज में वनस्पति विभाग के प्रो. सचिन धवन का।
सत्येन ओझा, मोगा
जिले में पौधों को बढ़ावा देने व वन क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए जरूरी है कि लोगों को जागरूक किया जाए। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखना होगा कि हर साल लाखों पौधे लगा तो दिए जाते हैं और सरकार का पूरा जोर लक्ष्य को पूरा करने के लिए पौधे लगाने पर रहता है, लेकिन उन्हें पालने पर उतना फोकस नहीं रहता है। यह कहना है कि डीएम कॉलेज में वनस्पति विभाग के प्रो. सचिन धवन का।
प्रो. सचिन धवन बताते हैं कि पौधे को लगाने से ज्यादा उसके पालने पर ध्यान देना होगा, तभी जिले में वन क्षेत्र को बढ़ाया जा सकता है। हालांकि सरकार ने यह अच्छा किया है कि पौधे को लगाने के लिए फ्री पौधे देने के साथ ही 35 रुपये प्रति पौधा उसे पालने के लिए देने का फैसला लिया है। मगर, इस योजना का प्रचार बहुत सीमित है। प्रचार जितना होगा, लोग उतने ही प्रेरित होंगे। वन विभाग पौधे फ्री देता है, तो पौधे ले जाने वाले पर ये जिम्मेदारी भी होनी चाहिए कि जो पौधे वह लेकर जा रहा है, तो कम से कम 80 प्रतिशत पौधे पलने भी चाहिए।
सचिन धवन का कहना है कि हमें तय करना होगा कि हम घर में वही पौधे लगाएं, जो पर्यावरण को नुकसान न पहुंचाए। बकैन नामक पौधा लोग घरों में बहुत लगाते हैं, ये छोटी छतरी का आकार ले लेता है। इसकी पत्तियां बहुत झड़ जाती हैं। घर की शोभा के लिए इस पौधे को लगाएं तो इस बात का भी ध्यान रखें कि इसकी पत्तियों को नालियों में न जाने दें। जिससे नालियां ब्लॉक हो जाती हैं और जो पौधा पर्यावरण सुरक्षा के नाम पर लगाया है वह पर्यावरण को दूसरी तरह से नुकसान भी पहुंचाता है। प्लूमेरिया नामक पौधा घरों में लगाना बेहतर है, क्योंकि इस पौधे पर मक्खी, मच्छर ज्यादा नहीं आते हैं। इस पर लगने वाले सफेद फूल अच्छे लगते हैं। हर सिगार के पौधे भी घर में ज्यादा लगाने चाहिए, ये पौधा औषधीय दृष्टि से ज्यादा बेहतर है।
खुले मैदानों व सड़कों के किनारे आम, अमरूद, अंजीर, जामुन जैसे फलदार पौधों के साथ ही नीम, बरगद, पीपल, आंवले के पौधों का बढ़ावा देना चाहिए, ताकि वातावरण शुद्ध हो। ऑक्सीजन का मात्रा आसपास के क्षेत्र की हवा में ज्यादा रहे तो बेहतर होगा। मगर, सबसे बड़ा ध्यान वन क्षेत्र को बढ़ाने के लिए पौधे लगाने से ज्यादा फिक्र पौधों को पालने की होनी चाहिए।