मुंह काला करने कर मामला, पुलिस जांच शुरू नहीं
पत्नी को काला मुंह करके गांव में घुमाने के मामले में राज्य महिला आयोग की दी अवधि सोमवार को समाप्त हो चुकी है पुलिस ने जांच ही शुरू नहीं हो सकी है।
सत्येन ओझा.मोगा
पत्नी को काला मुंह करके गांव में घुमाने के मामले में राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष के चार दिन में मांगे गए जबाव की अवधि सोमवार को समाप्त हो चुकी है, लेकिन पुलिस ने इस आरोपों की अभी जांच ही शुरू नहीं हो सकी है। पुलिस ने 23 दिसंबर 2019 को कांस्टेबल पति पर मारपीट व अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने के मामले में की रिपोर्ट ही महिला आयोग को भेजने की तैयारी कर ली है। कांस्टेबल को पुलिस ने इसी मामले में गिरफ्तार किया है। लेकिन मुंह काला कर, बाल काटने के मामले को केस में जोड़ा ही नहीं गया है, जबकि घटना वाले दिन मौके पर पहुंचा थाना सदर का तत्कालीन एएसआइ गुरजंट सिंह ने पीड़ित महिला के काले किए हुए मुंह की वीडियो क्लिप भी बनाई थी, जिस कैंची से बाल काटे गए थे । वह कैंची भी बरामद कर थाने में ले गया था।
जांच अधिकारी डीएसपी सिटी परमजीत सिंह का कहना है कि इस मामले में पीड़ित महिला को दोबारा जांच में शामिल होने के लिए बुलाया गया था। उधर, पीड़ति महिला जसवीर कौर का कहना है कि उसे किसी ने भी किसी जांच में शामिल करने के लिए सोमवार की शाम को सात बजे तक नहीं बुलाया गया है।
अदालत में ही लगभग 15 दिन पहले 164 के बयान में उसने यही तर्क दिया था कि 29 नवंबर 2019 के दिन जिस दिन उसका मुंह काला कर उसके पति ने उसे गांव में पीटते हुए घुमाया था, उस समय उसके मां-बाप ने उसका साथ नहीं दिया था। क्योंकि तब वे ये सोच रहे थे कि उसकी बेटी का घर बसा रहे, लेकिन वह पिछले 13सालों से जिस प्रकार की यातनाएं झेल रही है अब पति के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई चाहती है, बाद में जब उसके मां-बाप को पचा चला कि गलती उसकी नहीं उनके दामाद की है अब वे भी उसके साथ हैं।
पीड़ित महिला जसवीर कौर का आरोप है कि पुलिस ने तो अभी तक उसे किसी भी जांच में शामिल होने के लिए बुलाया ही नहीं गया है, पांच फरवरी को एसएसपी को शिकायत देकर पति के खिलाफ कार्रवाई की गुहार लगाई थी, लेकिन एसएसपी ने उसकी एक नहीं सुनी थी, उल्टे मीडिया तक से ये कह दिया था कि ये कोई खास मामला नहीं है, ऐसी 200 शिकायतें दिन में आती हैं।
क्या कहते हैं जांच अधिकारी
जांच अधिकारी डीएसपी सिटी परमजीत सिंह से जब पूछा गया कि महिला आयोग ने जिस मामले में रिपोर्ट तलब की थी, क्या उसकी जांच पूरी हो गई, उन्होंने बताया कि आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया है, जब उनसे पूछा गया कि मुंह काला कर घुमाने वाले मामले को तो केस में शामिल ही नहीं किया गया है, गिरफ्तारी को मारपीट के केस में हुई है, इस पर डीएसपी सिटी का कहना है कि पीड़ति ने ये बात उनसे तो एक बार भी ये बात नहीं है, कोर्ट में भी बयान दे दिए हैं कि वह मुंह काला करने के मामले में पारिवारिक मामला होने के कारण कोई कार्रवाई नहीं चाहती है, फिर भी उन्होंने उसे दोबारा अलग से इस मामले में जांच में शामिल होने के लिए बुलाया है।महिला जो भी कहेगी उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
कैसे हुए जुल्म
गांव झंडेआना गरबी निवासी महिला की शादी 15 साल पहले कांस्टेबल इंद्रजीत सिंह से हुई थी। 26 दिसंबर, 2014 को आए दिन की मारपीट से तंग आकर जसवीर कौर ने थाना सदर में पति के खिलाफ एफआइआर दर्ज करवाई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
पीड़ति महिला का कहना है कि 29 नवंबर को उसके पति ने उसके बाल काट दिए और मुंह काला कर गांव में घुमाया था।गांव की महिला ने कांस्टेबल के चंगुल से उसे मुक्त कराया था।प्रीतम कौर नामक महिला के घर तक कांस्टेबल जसवीर कौर को मुंह काला पीटते हुए ले गया था। बाद में गांव के सरपंच की शिकायत पर मौके पर पहुंचे एएसआई गुरजंट सिंह ने महिला का मौके का वीडियो बनाया था, इसकी पुष्टि प्रत्यक्षदर्शी महिला प्रीतम कौर ने की है, बाद में जसवीर कौर को उसकी पड़ोसन बलजीत कौर अपने घर ले गई थी वह जसवीर कौर को नहलाया गया था। इस दौरान एएसआई गुरजंट सिंह ने वो कैंची भी जसवीर कौर के घर से बरामद कर ली थी जिससे उसके बाल काटे गए थे।
मामले ने जब तूल पकड़ा था तो पुलिस अधिकारियों ने मामले को दबाने के लिए एएसआई गुरजंट सिंह का तबादला थाना सदर से नायब कोर्ट में कर दिया था, जबकि मौके पर बनाई गई वीडियो व बाल काटने में प्रयोग की गई कैंची आदि सबूत थाने से गायब कर दिए गए