कोरोना ने किया चाय की चुस्की का मजा किरकिरा
अगर आप चाय पीने के शौकीन हैं और हर कुछ समय में आपको चाय की चुस्की की लत है तो संभल जाएं। आगामी दिनों में शहर में चाय के दाम में बढ़ोतरी होने वाली है।
राज कुमार राजू, मोगा : अगर आप चाय पीने के शौकीन हैं और हर कुछ समय में आपको चाय की चुस्की की लत है, तो संभल जाएं। आगामी दिनों में शहर में चाय के दाम में बढ़ोतरी होने वाली है। चाय बनाने वालों के अनुसार इसकी वजह आसाम व बंगाल से चाय के बागान से चाय पत्ती की सप्लाई कोरोना काल के दौरान प्रभावित होने से है। चाय पत्ती की कीमत में आजकल 70 से 100 रुपये प्रति किलो की बढ़ोतरी बाजार में हो गई है। इसका असर चाय बेचने वालों पर पड़ेगा और चाय पीने वालों को इसका परिणाम महंगी चाय पीकर चुकाना होगा।
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ब्राडेड व लूज दोनों के बढ़े दाम
चाय के थोक कारोबारी हनीष बांसल ने बताया कि चाय पत्ती दो प्रकार की होती है। एक सामान्य व एक प्रीमियम। इस समय दोनों प्रकार की चाय पत्ती के दाम में इजाफा हो गया है। इसके चलते चाय की चुस्की भी महंगी हो गई है। ब्रांडेड कंपनी की पेकिग वाली चाय के दाम 70 से लेकर 100 रुपये तक बढे़हैं । जबकि लूज चाय पत्ती के रेट भी 50 से 60 रुपये तक बढ़ गए है।
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दाम बढ़ने की प्रमुख वजह
चाय कारोबारियों के अनुसार उनके पास पूर्व का जो स्टॉक था, वो लॉकडाउन में मिली छूट के दौरान खपत में आ गया। इसके अलावा जब अनलॉक में बाजार में दुकाने खुलीं, तो चाय की खपत बढ़ गई। वैसे गर्मी में चाय की मांग कम होती है, लेकिन चाय पत्ति की आपूर्ति नं होने व मांग कायम रहने से दाम बढ़ रहे हैं। चाय बागान में से मजूदरों के पलायन करने से उनमें चाय की पत्ती खराब हो गई। जिसके कारण भी चाय मार्केट में उछाल आना तय है। असम से लेकर बंगाल तक चाय के बागान में मजदूर न होने से चाय पत्ती की आपूर्ति प्रभावित हो रही है। ऐसे में चाय पत्ती के दाम में बढ़ोतरी होने से इसे पीने के दाम भी बढ़ेंगे।