गोपाल गोशाला में भक्तों ने लिया श्रीमद्भागवत कथा का आनंद
। गोपाल गोशाला मंदिर में श्रीमद्भागवत सप्ताह ज्ञान सप्ताह के दौरान भक्तों ने भागवत कथा का आनंद लिया।
संवाद सहयोगी, मोगा
गोपाल गोशाला मंदिर में श्रीमद्भागवत सप्ताह ज्ञान सप्ताह के दौरान भक्तों ने भागवत कथा का आनंद लिया। सर्वप्रथम समस्त सदस्यों ने मुख्य पुजारी पवन कौशिक और कपिल भारद्वाज की अध्यक्षता में गणपति पूजन, नवग्रह पूजन व कलश पूजन किया।
गुजरात से पधारी साध्वी गायत्री देवी ने तृतीय दिन श्रीमद्भागवत कथा के दौरान कलयुग के दोषों का वर्णन तथा कलयुग में भगवान के नाम की महिमा और सत्संग की महिमा का वर्णन किया। राजा परीक्षित द्वारा कलयुग के प्रभाव के कारण ध्यान मुद्रा में बैठे हुए शमीक ऋषि के गले में मृत सर्प डाल देना, तथा शमीक ऋषि के पुत्र श्रृंगी ऋषि द्वारा दिए गए श्राप से मुक्ति का कारण और उपाय श्री शुकदेव मुनि जी महाराज व अन्य ऋषियों से परामर्श करना जैसे कई वृतांत सुनाते हुए साध्वी गायत्री देवी ने भागवत कथा के माध्यम से संतों का संग और भगवान के नाम की महिमा का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि भगवान के नाम, संतजनों के सत्संग से मनुष्य इस संसार रूपी माया से विरक्त होकर थोड़े से समय में भी प्रभु के परमधाम को प्राप्त कर सकता है। जैसा महाराज परीक्षित ने श्री शुकदेव मुनि महाराज के मुखारविद से निकले हुए श्रीमद्भागवत कथा का रसपान किया जिससे राजा परीक्षित को मृत्यु का भय नहीं रहा और अंत में भगवान के चरणों में स्थान प्राप्त किया। सुखदेव सांवरा ने मेरा छोटा सा संसार हरी आ जाओ एक बार .आदि भजनों से भक्ति रस बिखेरा। इस अवसर पर गोशाला के प्रधान चमनलाल गोयल, एस के बांसल, रमन गोयल परमेश्वरी बांसल, प्रोमिला मेनराय, दर्शन सिगला,रिकल गुप्ता, पवन अग्रवाल,विजय बांसल,राधिका, बलराज बांसल, धर्मपाल गुप्ता आदि हाजिर थे।