Move to Jagran APP

सुरक्षा में गंभीर चूक, सूचना देने वालों को 50 हजार के इनाम की घोषणा

मोगा जिला प्रबंधकीय कांप्लेक्स में शुक्रवार को जिस प्रकार से दो युवकों ने आकर खालिस्तान का झंडा फहराया व राष्ट्रीय ध्वज फाड़ दिया को सुरक्षा में गंभीर चूक माना जा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 14 Aug 2020 10:24 PM (IST)Updated: Fri, 14 Aug 2020 10:24 PM (IST)
सुरक्षा में गंभीर चूक, सूचना देने वालों को 50 हजार के इनाम की घोषणा
सुरक्षा में गंभीर चूक, सूचना देने वालों को 50 हजार के इनाम की घोषणा

सत्येन ओझा, मोगा

loksabha election banner

जिला प्रबंधकीय कांप्लेक्स में शुक्रवार को जिस प्रकार से दो युवकों ने आकर खालिस्तान का झंडा फहराया व राष्ट्रीय ध्वज फाड़ दिया, को सुरक्षा में गंभीर चूक माना जा रहा है। जिला प्रबंधकीय कांप्लेक्स में हर समय तीन गारद तैनात रहते हैं, जिनमें चार-चार जवान एक शिफ्ट में रहते हैं। हर गारद का एक इंचार्ज अलग से होता है। इसके बावजूद दो युवकों ने सुरक्षा व्यवस्था को खुलेआम चुनौती दे दी। युवकों के फरार हो जाने के बाद पुलिस ने अब उन्हें पकड़ने के लिए 50 हजार रुपये के इनाम की घोषणा की है, जो भी व्यक्ति इन युवकों के बारे सूचना देगा, उसे यह राशि दी जाएगी।

जिला प्रबंधकीय कांप्लेक्स में 24 घंटे सुरक्षा गारद कागजों में तैनात रहती है। इसके तहत तीन स्थानों पर सुरक्षा गारद तैनात होती है। इसके तहत डीसी ऑफिस में, एसएसपी ऑफिस में व तीसरी गारद कांप्लेक्स के मध्य भाग में तैनात रहती है। हर गारद में चार जवान व एक इंचार्ज तैनात रहता है। नियमानुसार तीनों जगहों पर तैनात गारद की ड्यूटी आठ-आठ घंटे होती है, लेकिन सुरक्षा जवान आपस में चार-चार घंटे का शेडयूल बनाकर ड्यूटी देते हैं।

घटना के समय डीसी ऑफिस की तरफ सुरक्षा व्यवस्था सिर्फ एक संतरी के हवाले थी। संतरी धलविदर सिंह जो ड्यूटी पर तैनात था, वह भी गारद रूप में मौजूद नहीं था। आम तौर पर गारद रूम में कोई सुरक्षा जवान मौजूद ही नहीं रहता है। जवान तीनों स्थानों पर अंदर बैठते हैं, जिससे जिला प्रबंधकीय कांप्लेक्स के अंदर आने वाले लोगों पर सीधी निगाह गारद की नहीं रहती है। यही वजह है कि कोई भी व्यक्ति कभी भी सीधे जिला प्रबंधकीय कांप्लेक्स में प्रवेश कर सकता है।

--------------

प्रत्यक्षदर्शी ही बना सूत्रधार

इस पूरी घटना का प्रत्यक्षदर्शी पार्किंग ठेकेदार का मुलाजिम तरसेम सिंह था, उसने अपनी आंखों से पूरी घटना देखी। खालिस्तान का झंडा लगाने के बाद युवक जब तिरंगा लेकर फरार हो गए, तो उस समय पुलिस ने तरसेम सिंह को ही पकड़ा। उसके साथ सख्ती करने की कोशिश की। तरसेम सिंह बार-बार पुलिस से कहता रहा कि वह डर गया था कि युवक क्या कर रहे हैं? इस समय वैसे भी माहौल सही नहीं है। उसे डर था कि अगर उसने विरोध किया, तो कहीं वे गोली न मार दें। इसलिए वह अपनी ही जगह खड़ा रहा। बाद में एसएसपी ने तरसेम सिंह की मदद से कांप्लेक्स में आए युवकों के स्कैच तैयार कराए हैं, क्योंकि सीसीटीवी कैमरे में जो फुटेज सामने आए हैं, उनमें युवक मास्क पहने हुए हैं। चेहरे स्पष्ट नहीं पहचाने जा रहे हैं, एक युवक मोना था, जबकि दूसरा पगड़ीधारी था।

---------------------

युवकों ने जब राष्ट्रीय ध्वज को फाड़ा व खालिस्तान का झंडा लहराया, उस समय कांप्लेक्स में पार्किंग ठेकेदार के अलावा वसीका नवीस आदि आने शुरू हो गए थे। वहीं कांप्लेक्स परिसर में सिर्फ सफाईकर्मी आदि मौजूद थे। लोगों के आना शुरू होने के कारण सामान्य रूप से युवकों पर शक नहीं हुआ। यदि गारद के जवान अगर डीसी कांप्लेक्स के मेन गेट पर लगे अपने रूम में मौजूद होतीे, तो ध्वज वाले स्थान को सीधे देखा जा सकता था। ध्वज गारद रूम के ठीक सामने ही लगा है। सच्चाई यही है कि सुरक्षा को लेकर सुरक्षा गारद कभी भी यहां गंभीर नहीं दिखे। अक्सर सुरक्षा जवान डीसी ऑफिस में प्रवेश द्वार के पास अंदर ही बैठते हैं। गारद में तैनात सभी जवान उसी समय दिखते हैं, जब अधिकारी या तो ऑफिस के बाहर जा रहे हों या फिर उनके आने का समय हो, ताकि अधिकारियों की नजर में ये लगे कि गारद तैनात है।

यह बात डीसी ने भी मानी है कि सुरक्षा में चूक हुई है। यह राष्ट्र से जुड़ा मुद्दा है, इसे बेहद गंभीरता से लिया जा रहा है, जो भी इस घटना के पीछे हैं, उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा।

---------------

सूचना देने के लिए नंबर जारी

एसएसपी ने खालिस्तान का झंडा फहराने वालों के बारे में सूचना देने वाले को 50 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की है। इसके लिए दो मोबाइल नंबर जारी किए गए हैं। सूचना देने वाले का नाम व पता गुप्त रखा जाएगा। कोई भी व्यक्ति मोबाइल फोन संख्या-98158-00323, 8558905160 पर सूचना दे सकता है।

----------

यहां होती है सबसे ज्यादा भीड़

जिला प्रबंधकीय कांप्लेक्स में हर दिन डीसी ऑफिस के सामने वसीका नवीसों के चैंबर, एसएसपी ऑफिस, डीसी ऑफिस एवं मध्य भाग में सुविधा सेंटर में दिन में सबसे ज्यादा भीड़ रहती है। सिर्फ एसएसपी ऑफिस में ही यहां आने वालों पर सुरक्षा जवानों की नजर रहती है। यहां चेकिग प्वाइंट भी हैं, लेकिन अन्य किसी भी स्थान पर सुरक्षा जवान मुस्तैद नहीं दिखते, जिसके चलते कभी भी कोई भी व्यक्ति आराम से यहां प्रवेश कर किसी भी वारदात को अंजाम दे सकता है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.