अमृतसर के इंडोर स्टेडियम में होगी तीरंदाजी प्रतियोगिता
मोगा के अकालसर रोड पर रविवार को पंजाबी फील्ड आर्चरी एसोसिएशन की बैठक पंजाब प्रधान सोनू वाहिद की अगुवाई में हुई। बैठक में विभिन्न जिलों से पदाधिकारी उपस्थित हुए।
संवाद सहयोगी, मोगा : मोगा के अकालसर रोड पर रविवार को पंजाबी फील्ड आर्चरी एसोसिएशन की बैठक पंजाब प्रधान सोनू वाहिद की अगुवाई में हुई। बैठक में विभिन्न जिलों से पदाधिकारी उपस्थित हुए। बैठक में राष्ट्रीय स्तर का टूर्नामेंट अमृतसर में करवाने पर विचार किया गया। मोगा में बने खेल स्टेडियम की हालत सही न होने के चलते एसोसिएशन को अमृतसर में टूर्नामेंट करवाने पर सहमति जताई है।
बैठक के दौरान सोनू वाहिद ने कहा कि आजकल बढ़ रहे नशे के रुझान को रोकने के लिए जहां शिक्षा अहम है वहीं खेलों का भी बहुत महत्व है। इसमें सब का प्रयास होना बहुत जरूरी है। वहीं बच्चों को मानसिक बोझ को कम करने के लिए उनको खेलों में और भी अग्रसर करना हमारा मुख्य मकसद होना चाहिए। सोनू ने कहा कि उनके पिता वाहिद अली का एक प्रयास था कि वह जिले के स्कूली बच्चों को आर्चरी की ओर लेकर जाए। इसको आज वह साकार करने में पूरा योगदान दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि पहले एक जिला स्तरीय टूर्नामेंट मोगा में करवाया गया था। अब अमृतसर स्थित इंडोर स्टेडियम में 6 फरवरी से 8 फरवरी तक आर्चरी टूर्नामेंट करवाया जा रहा है। राष्ट्रीय स्तर के टूर्नामेंट में अंडर 17 अंडर 19 लड़के , लड़कियां तथा सीनियर खिलाड़ी शामिल होंगे। इसमें गुजरात, जम्मू -कश्मीर, बिहार, चंडीगढ़, राजस्थान, हरियाणा, उतराखंड, महाराष्ट्र, कर्नाटका, तमिलनाडू, आध्र प्रदेश, यूपी, पंजाब से करीब साढे़ तीन सौ खिलाड़ी भाग लेगें। इस मौके उपप्रधान दीपक कोड़ा ,सचिव गगन कुमार, खजांची तीर्थ राम, मेंबर इंद्रजीत सिंह फरीदकोट, अवतार सिंह बठिडा, मोनू वाहिद, सुरिदर भुल्लर, वीरभान दानव, वरिदंर सिंह बल, नवप्रीत सिंह गुरमिदर सिंह, मोहित शर्मा, सचिन गोयल, राजिदर कुमार व विश्वजीत हाजिर थे। स्टेडियम बने तो बात बने : जोहल
गुरुनानक बास्केटबाल एकेडमी के पदाधिकारी शमशेर जोहल ने कहा कि क्षेत्र के खिलाडि़यों ने सुविधाओं के अभाव होने के बाद भी देश व प्रदेश में जिले का नाम रोशन किया है। उनका कहना है कि नगर व ग्रामीण क्षेत्र से राष्ट्रीय स्तर तक के खिलाड़ी निकल सकते हैं, लेकिन प्रशिक्षण, संसाधन के अभाव में इन खिलाडिय़ों को अवसर नहीं मिल पाता है। जिले में स्टेडियम की मांग बहुत समय से चल रही है। जनप्रतिनिधियों ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा उनकी एकेडमी की ओर से कई बच्चों को प्रमोट किया है, जिन्होंने जिले का नाम भी चमकाया है। नहीं हो पाता अभ्यास : डाक्टर सीमांत गर्ग
समाज सेवी डाक्टर सीमांत गर्ग ने कहा कि क्षेत्र में तमाम प्रतिभाएं है जो देश का नाम रोशन करने का सपना संजोए हैं। इन्हें प्रोत्साहन नहीं मिल पा रहा। स्टेडियम न होने से उनका अभ्यास नहीं हो पता। ऐसी स्थित में खिलाड़ी अपनी पहचान बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। अगर जिले में एक अच्छा स्टेडियम बनता है तो जिले के खिलाड़ियों को प्रोत्साहन करके खेलों की ओर अग्रसर किया जा सकता है। इससे स्टेट स्तर के बच्चे भी सामने आ सकते है।