पंजाब में आतंक का पर्याय बना गैंगस्टर सुक्खा लम्मा मारा गया, डेरा प्रेमी सहित तीन हत्याकांडों के राज भी खुले
पंजाब के कुख्यात गैंगस्टर सुक्खा लम्मा को 4 महीने पहले उसी के साथियों ने मौत के घाट उतार दिया था। उन्होंने उसकी गर्दन धड़ से अलग करके शव को नहर में बहा दिया था। उसके चार साथियों को पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
मोगा, [सत्येन ओझा]। पंजाब में आतंक का पर्याय बन चुके गैंगेस्टर सुक्खा लम्मा को मार्च के अंत तक जिंदा गिरफ्तार करने का एसएसपी हरमनवीर सिंह गिल ने संकल्प लिया था। अब यह पूरा नहीं हो पाएगा क्योंकि सुक्खा लम्मा को 4 महीने पहले उसी के साथियों ने मौत के घाट उतार दिया था। उन्होंने उसकी गर्दन धड़ से अलग करके शव को नहर में बहा दिया था। यह हत्याकांड का अंजाम देने वाले लम्मा ग्रुप के 4 सदस्यों को मोगा पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इसी के साथ मोगा में पिछले साल कपड़ा व्यापारी तेजिंदर सिंह उर्फ पिंका, जालंधर के लांबड़ा में पादरी सुलतान मसीह, बठिंडा के भगताभाई में डेराप्रेमी मनोहर लाल हत्याकांड का भी पर्दाफाश हो गया है। तीनों हत्याकांड इसी गैंग ने अंजाम दिए थे। आरोपितों के पांचवें साथी की पुलिस को तलाश है।
एसपी डी ने साधी चुप्पी
इस बड़ी सफलता को हासिल करने में पुलिस को लीड कर रहे मोगा के एसपी डी जगतप्रीत सिंह से जब पूछा गया तो उन्होंने फिलहाल इस मामले में कुछ भी बताने से इनकार कर दिया। जब पूछा गया कि क्या सुक्खा लम्मा मारा गया तो उन्होंने इनकार नहीं किया। सिर्फ इतना कहा कि अभी उनकी तरफ से कुछ भी नहीं है। वे कुछ नहीं बोलेंगे। उधर, विश्वस्त सूत्रों ने दावा किया है कि पुलिस ने गैंग के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर पांचवें की तलाश शुरू कर दी है। गिरफ्तार चार सदस्यों में से तीन मोगा के गांव डाला के रहने वाले हैं।
साथियों की परवाह छोड़ना पड़ा महंगा
पूछताछ में हिरासत में लिए गए गैंगेस्टरों ने खुलासा किया है कि सुक्खा लम्मा का आतंक ज्यादा फैल गया था। यही वजह थी कि सुक्खा अपने साथियों की ज्यादा परवाह नहीं करता था। वह खुद सुर्खियों में रहता था। यही बात उसके गैंग के दूसरे साथियों को रास नहीं आई।
कनाडा में बैठे गैंगस्टर अर्शदीप ने बनाई थी सुक्खा के खात्मे की योजना
कनाडा में बैठे गैंगेस्टर अर्शदीप सिंह ने सुक्खा लम्मा को मौत के घाट उतारने की पूरी योजना तैयार की थी।योजना तैयार होने के बाद वही गैंग का लीडर बन गया। कनाडा में बैठकर वह स्थानीय गैंगेस्टरों की मदद से रंगदारी व जानलेवा हमला, हत्या जैसे जघन्य वारदातों को अंजाम दे रहा था।
हत्या का तरीका एक जैसा
सूत्रों का कहना है कि तीनों हत्याकांडों में हत्या का तरीका एक जैसा रहा था। पकड़े गए गैंगस्टरों ने खुलासा किया तीनों मामलों में मोटर साइकिल सवार दो लोगों ने आकर हत्या की है। मोगा में न्यू टाउन में तेजिंदर सिंह उर्फ पिंका की हत्या भी पिछले साल 14 जुलाई को दिन दहाड़े मोटर साइकिल पर आए दो लोगों ने की थी। बाद में हत्यारे उसी मोटरसाइकिल पर सवार होकर फरार हो गए थे।
बठिंडा के रामपुरा फूल क्षेत्र के कस्बा भगता भाई का में बाइक सवार दो युवकों ने डेरा प्रेमी मनोहर लाल की गोलियां मारकर हत्या एक साल पहले की थी। घटना के कुछ घंटे बाद गैंगस्टर सुक्खा लम्मा ने फेसबुक पर एक पोस्ट कर हत्याकांड की जिम्मेदारी ली थी। मोगा हत्याकांड की जिम्मेदारी भी हत्या के दो घंटे बाद लम्मा ने ली थी।