श्री रामशरणम आश्रम में की प्रार्थना सभा
श्री रामशरणम आश्रम में वीरवार की रात को प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। इसमें दूर-दूर से साधक गुरु महाराज के चरणों में प्रार्थना के भाव को लेकर पहुंचे।
संवाद सहयोगी, मोगा : श्री रामशरणम आश्रम में वीरवार की रात को प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। इसमें दूर-दूर से साधक गुरु महाराज के चरणों में प्रार्थना के भाव को लेकर पहुंचे। प्रार्थना सभा के आरंभ में परमेश्वर के राम नाम का ध्यान किया गया। उसके उपरांत दीनबंधु दीनानाथ लाज मेरी तेरे हाथ का उच्चारण गगन गर्ग ने किया। आश्रम के मुख्य सेवादार प्रदीप बजाज ने कहा कि हम लोग इतने भाग्यशाली हैं जो गुरु महाराज की असीम कृपा से हमें बेहद कीमती राम नाम का हीरा मिला है। राम नाम की शक्ति की महिमा तो ऋषि मुनि भी नहीं कर पाए। हमारे मांगने में देरी हो सकती है उस पर परमेश्वर के देने में कभी देरी नहीं होती। वह जानता है मेरे भक्त को कब, क्या और कितने की जरूरत है। वह हमारी हर जरूरत पूरी करता हैं। हमें भी सदैव उस परमेश्वर के नाम का स्मरण करना चाहिए। कभी भी, किसी भी विकट परिस्थिति क्यों ना हो परमेश्वर के नाम को भूलना नहीं चाहिए। आशा चावला ने भजन मेरा गुरु न फड़दा बाह असा रूल जाना सी, साणु किदर न मिलदी था असा रूल जाना सी, परी जिदल ने भजन मेरे राम रघुनाथ तेरी जय होवे, तथा संजय अरोड़ा ने भजन जो गुरु चरणा विच जुड़ जांदे ओ दर-दर उत्ते नहीं रूलदे , का गायन किया। अंत में निधि गोयल ने भजन हर खुशी मिल जाएगी गुरु शरण में आने के बाद ., गाकर सबको भाव विभोर कर दिया। आते भी राम बोलो जाते भी राम बोलो के साथ प्रार्थना सभा का समापन हुआ।