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दुष्कर्म केस में पूर्व पार्षद की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस का यू-टर्न

एक दिन पहले ही दुष्कर्म के मामले में हिरासत में लिए गए पूर्व पार्षद की गिरफ्तारी को लेकर थाना साउथ सिटी पुलिस ने अब यू-टर्न ले लिया है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 17 Apr 2021 11:56 PM (IST)Updated: Sat, 17 Apr 2021 11:56 PM (IST)
दुष्कर्म केस में पूर्व पार्षद की गिरफ्तारी को लेकर  पुलिस का यू-टर्न
दुष्कर्म केस में पूर्व पार्षद की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस का यू-टर्न

जागरण संवाददाता.मोगा

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एक दिन पहले ही दुष्कर्म के मामले में हिरासत में लिए गए पूर्व पार्षद की गिरफ्तारी को लेकर थाना साउथ सिटी पुलिस ने अब यू-टर्न ले लिया है। शुक्रवार को डीएसपी सिटी बरजिदर सिंह भुल्लर ने स्वीकार किया था कि पूर्व पार्षद दविदर सिंह की गिरफ्तारी रिकार्ड में डाल ली गई है।

दविदर सिंह को शनिवार को दोपहर करीब तीन बजे बयान देने के लिए थाने में बुलाया गया था, बाद में पुलिस ने वहीं पर बैठा लिया था, देर रात तक वे थाने में ही थे, अब इस मामले की जांच कर रहीं जांच अधिकारी सब इंस्पेक्टर वीरपाल कौर का कहना है कि दविदर सिंह को अभी गिरफ्तार नहीं किया गया है। जब उनसे पूछा गया कि कल एफआइआर में जो समय दर्ज करने का डाला गया है, उस समय दविदर सिंह थाने में ही थे, फिर गिरफ्तारी क्यों नहीं, इस पर सब इंस्पेक्टर वीरपाल कौर का कहना है कि वे वह शुक्रवार देर रात पीड़ित का मेडिकल व अन्य औपचारिकता पूरी करने में लगी थीं, उन्हें नहीं पता, लेकिन अभी तक पूर्व पार्षद की गिरफ्तारी नहीं हुई है, गिरफ्तारी करने का प्रयास कर रहे हैं।

क्या है मामला

पुराना मोगा क्षेत्र की पूर्व पार्षद की महिला मित्र ने ही उनके खिलाफ दुष्कर्म के आरोप में केस दर्ज कराया था। घटना से तीन दिन पहले पूर्व पार्षद का अपनी महिला मित्र के साथ विवाद हुआ था। ये विवाद इतना बढ़ गया था कि मामला थाने तक पहुंच गया था। पूर्व पार्षद अकाली दल से जुड़े हुए हैं। ऐसे में पुलिस ने बयान दर्ज करने की बात कहकर थाने में बुलाया था, बाद में वहीं पर बैठा लिया। सूत्रों का कहना है कि देर रात तक कथित रूप से पुलिस अधिकारियों पर राजनीतिक दबाव बना। दबाव के बाद शुक्रवार देर रात में ही पुलिस ने पूर्व पार्षद को थाने से छोड़ दिया था।

सूत्रों का कहना है कि कथित राजनीतिक दबाव में अब मामले को सुलझाने का प्रयास किया जा रहा है, इस पूरे एपीसोड को निगम की राजनीति के सियासी समीकरण से जोड़कर देखा जा रहा है। पूर्व पार्षद को थाने से छोड़ दिए जाने के बाद पुलिस अधिकारी जो पूर्व पार्षद की गिरफ्तारी को लेकर एक दिन पहले तक काफी आक्रोशित दिखाई दे रहे थे वे भी शनिवार को पूर्व पार्षद की गिरफ्तारी को लेकर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं थे।


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