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पुलिस जांच में चला पता, कर्ज में डूबे व्यक्ति ने रचा था लूट का ड्रामा, केस दर्ज

। एक निजी कंपनी में ज्यादा ब्याज पर पैसा लगाने के लालच में कर्ज में डूबे व्यक्ति ने 55 हजार रुपये लूट का ड्रामा किया था।

By JagranEdited By: Published: Fri, 08 Jan 2021 06:00 AM (IST)Updated: Fri, 08 Jan 2021 06:00 AM (IST)
पुलिस जांच में चला पता, कर्ज में डूबे व्यक्ति ने रचा था लूट का ड्रामा, केस दर्ज
पुलिस जांच में चला पता, कर्ज में डूबे व्यक्ति ने रचा था लूट का ड्रामा, केस दर्ज

संवाद सहयोगी.मोगा

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एक निजी कंपनी में ज्यादा ब्याज पर पैसा लगाने के लालच में कर्ज में डूबे व्यक्ति ने 55 हजार रुपये लूट का ड्रामा किया था। पुलिस जांच में लूट की कहानी झूठी निकलने के बाद अब लूट की शिकायत करने वाले के खिलाफ ही पुलिस ने धोखाधड़ी के मामले में केस दर्ज कर लिया है।

क्या है मामला

थाना कोट ईसे खां में तैनात सहायक थानेदार रघुविंदर प्रसाद ने बताया कि शहर की एक मसाला फैक्ट्री में काम करने वाले गुरबचन सिंह निवासी बड़ाघर ने पुलिस को पांच जनवरी को शिकायत दर्ज कराई की कि वह पांच जनवरी को अपनी मोटरसाइकिल (पीबी69सी- 3863) पर गांव खोसापांडो से जीरा रोड जा रहा था। रास्ते में बारिश होने के कारण वह गांव खोसा कोटला के बस अड्डे के अंदर रुक गया। इसी दौरान जीरा साइड से एक काले रंग की आल्टो कार आई जिसमें चार नौजवान सवार थे। जिनमें से दो ने उसे पकड़ लिया। तीसरे ने अपनी पिस्तौल निकाल कर उसकी कनपटी पर लगा दी और उससे 55 हजार की नकदी छीन ली। बाद में लुटेरे उसकी मोटरसाइकिल का प्लग निकालकर दूर फेंककर फरार हो गए। मामले की जांच के दौरान लूट की बात झूठी निकलने पर पुलिस ने

गुरबचन सिंह के खिलाफ केस केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस अधिकारी रघुविदर प्रसाद ने बताया कि गुरबचन सिंह ने पहले एजेंट के तौर पर लगभग 25 लाख रुपये का की राशि मुथूट फाइनेंस में इनवेस्ट की थी। कुछ समय बाद उसने एक प्राइवेट कंपनी पर्ल ग्रुप में ज्यादा ब्याज के लालच में फाइनांस कंपनी से पैसा लेकर अपने साथ जुड़े नए लोगों का पैसा पर्ल ग्रुप में निवेश करवा दिया। बाद में पर्ल ग्रुप व सरकार के बीच में केस शुरू हो गया था। जिसके कारण उसका पैसा उसे नहीं मिल रहा था। उधर, पर्ल ग्रुप में उसके माध्यम से धनराशि निवेश करने वाले लोग उससे पैसे वापस मांग रहे थे। लोगों के बढ़ते दबाव से बचने के लिए उसने लूट की झूठी कहानी बना दी। गुरबचन ने पुलिस को बताया था कि वह गांव छोटा घर निवासी एक व्यक्ति से 55 हजार रुपये उधार लेकर आ रहा था। पुलिस की जांच में पता चला कि छोटा घर के किसी व्यक्ति ने उसे उधार की राशि नहीं दी थी।


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