निगम के प्रबंधों पर बारिश ने फेरा पानी, बीमारियां फैलने का खतरा बढ़ा
। शहर में चार दिन तक हुई बारिश ने नगर निगम के प्रबंधों की पोल खोल कर रखी दी है।
संवाद सहयोगी, मोगा
शहर में चार दिन तक हुई बारिश ने नगर निगम के प्रबंधों की पोल खोल कर रखी दी है। ओवरफ्लो हो रहा सीवरेज का पानी अब शहर की गलियों में भरने लगा है। जिसके चलते दूषित पानी के कारण मोहल्लों में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं कोरोना महामारी के इस दौर में सीवरेज का दूषित पानी शहर में गंभीर बीमारियों को न्यौता दे रहा है । इन इलाकों में पेश आ रही समस्या
सीवरेज ओवरफ्लो की ज्यादा समस्या शहर के हाकम का अगवाड़, निगाहा रोड, पहाड़ा सिंह चौंक,महिमा सिंह वाला रोड,डीजीपी के घर के पास, प्रीत नगर, महिमे वाला रोड व साधां वाली बस्ती इत्यादि में पेश आ रही है। जबकि बारिश के दिनों में तो खासकर प्रीत नगर व पहाड़ा सिंह चौक के हालात कुछ ऐसे थे कि सड़कों पर ढाई से तीन फीट तक पानी भर गया था। इलाके के अधिकतर लोग घरों में कैद होकर रह गए थे। यही नही बारिश के पानी व ओवरफ्लो सीवरेज के कारण प्रीत नगर के वार्ड नंबर 27 व 28 में करीब एक माह पहले बने नई बनी सड़क ही बिखरने लगी है, और यही हालात प्रबंधकीय कांप्लेक्स के पास लिक जीरा रोड पर भी हैं। सीवरेज सिस्टम पर करोड़ों खर्च, समाधान फिर नहीं
अता दें कि शहर में सीवरेज व्यवस्था को बेहतर करने के लिए अभी तक नगर निगम की ओर से मशीनों आदि पर करोड़ों रुपये खर्च किए जा चुके है, बावजूद इसके सीवरेज व्यवस्था की स्थिति बदहाल है। हलकी बारिश ही नगर निगम के प्रबंधों पर भारी पड़ जाती है। आखिर में निगम अधिकारियों के पास समाधान का दावा ही रह जाता है।
दस दिन से झेल रह हैं परेशानी
गुरदीप सिंह ,गुरविदर सिंह ,जगदीप सिंह कर्मचंद आदि ने कहा कि पहाड़ा सिंह चौक में सीवरेज के गंदे पानी की समस्या पिछले दस दिनों से बनी हुई है। गंदा पानी जहां सड़क पर भरा हुआ है ,वहीं दुकानों के आगे गंदे पानी का जमावड़ा होने के कारण दुकानदारों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। उनका कहना है कि उनके कारोबार गंदे पानी के कारण बंद होने की कगार पर पहुंच चुके हैं। कई बार निगम कमिश्नर समेत निगम कर्मचारियों को भी बताया गया है, लेकिन उनकी समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ है दिन भर बदबू छाई रहती है । बीमारी फैली तो कौन होगा जिम्मेदार प्रीत नगर निवासी जतिदर सिंह का कहना है कि बुधवार तक हुई बारिश के कारण उनकी गली में तीन फीट तक जलभराव हो गया था और पानी उनके घरों में भी घुसने लगा था। बारिश के पानी के साथ साथ सीवरेज का गंदा पानी बदबू का कारण बनता है वहीं बीमारी फैलने का खतरा भी मंडराने लगता है। उन्होंने कहा कि अगर निगम के पास इस समस्या का समाधान नहीं तो शहर वासियों से निगम को कोई भी टैक्स वसूलने का कोई अधिकार नही। क्योंकि कोरोना महामारी के इस दौर में अगर लोग गंदे पानी के कारण किसी बीमारी की चपेट में आते हैं तो इसका जिम्मेदार कौन होगा? जलभराव के साथ साथ बिजली भी गुल
चार दिन तक लगातार हुई बारिश के कारण जहां लोगों को जलभराव की समस्या झेलनी पड़ी वहीं अनघोषित बिजली कट भी लोगों के लिए खासी परेशानी का कारण बनता रहा। सड़कों व गलियों में जलभराव के कारण प्रमुख इलाकों में ट्रैफिक भी प्रभावित हुआ। शहर के कई इलाके तो बारिश के पानी से कुछ समय के लिए पूरी तरह से डूब गए। उपर से ओवरफ्लो सीवरेज का गंदा पानी लोगों के घरों तक में भी घुसने की नौबत आ गई। बेशक कुछ इलाकों में नगर निगम के अधिकारियों ने मशीनें भेजकर सीवरेज सिस्टम को बहाल करने का प्रयास किया, लेकिन सीवरेज के दूषित पानी से लोगों को पूरी तरह से राहत नही मिल पाई।
समस्या का हल जल्द करवाएंगे : निगम कमिश्नर
निगम कमिश्नर सुरिदर सिंह ने बताया कि उक्त समस्या उनके ध्यान में है। इसके बारे में उन्होंने सीवरेज विभाग के कर्मचारियों को अवगत करवाया था ,अगर समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वह पहल के आधार पर इस समस्या का समाधान करवाएंगे। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि पालीथिन व अन्य सामान नालियों में न फेंके जिससे समस्या पैदा होती है। --- राजू