कोरोना का नहीं डर, लग्जरी कारों में परिवार समेत खरीदारी के लिए निकले लोग
शहर में कर्फ्यू में ढील के चौथे दिन लोगों में कोरोना का भय पूरी तरह गायब दिखा। लग्जरी गाड़ियों में सवार होकर परिवार के कई-कई सदस्य ऐसे खरीदारी करने पहुंचे थे मानो उन्हें इसके बाद कुछ नहीं मिलेगा।
-दैनिक जागरण की पड़ताल: खुद उड़ा रहे थे नियमों की धज्जियां, प्रशासन को दे रहे थे गालियां
-मेन बाजार, प्रताप रोड, रेलवे रोड, चैंबर रोड पर आम दिनों की तरह दिखी हर जगह भीड़
सत्येन ओझा, मोगा : शहर में कर्फ्यू में ढील के चौथे दिन लोगों में कोरोना का भय पूरी तरह गायब दिखा। लग्जरी गाड़ियों में सवार होकर परिवार के कई-कई सदस्य ऐसे खरीदारी करने पहुंचे थे, मानो उन्हें इसके बाद कुछ नहीं मिलेगा। दुकानों के बाहर भीड़ के रूप में खड़े लोग ऐसे दिख रहे थे मानो कोरोना भले ही उनकी हरकतों से घर में चला जाए, लेकिन घर का कोई दूसरा सामान खत्म न हो जाए। कर्फ्यू में ढील के दौरान फॉर व्हीलर पर पूरी तरह प्रतिबंध है, लेकिन परिवार के सदस्य पिकनिक मनाने के रूप में बड़ी-बड़ी गाड़ियों में खरीदारी करते दिखे। लोगों की इन्हीं हरकतों की वजह से अब तक सुरक्षित शहर में ही कोरोना ने दस्तक दे दी।
दैनिक जागरण ने सुबह नौ बजे से लेकर 11 बजे तक कर्फ्यू की ढील के दौरान शहर के सभी प्रमुख बाजारों की पड़ताल की, प्रताप रोड, मेन बाजार, चैंबर रोड, रेलवे रोड पर कहीं से भी नहीं लगा कि कर्फ्यू में ढील है, ऐसा लग रहा है, सामान्य दिनों में लोग आ जा रहे हैं। बाजारों में गुजरती कारें ही फुल नहीं थीं, दोपहिया वाहनों पर भी सिगल को दिख ही नहीं रहे थे, डबल, ट्रिपल राइडिग सामान्य बात थी। प्रताप रोड स्थित पाठशाला मंदिर के बाहर गुरु नानक मार्केट की पार्किग सुबह साढ़े नौ बजे कारों से वैसे ही फुल थी, जैसे आम दिनों में होती है। सबसे ज्यादा भीड़ मेन बाजार में सिविल अस्पताल के सामने व बागगली के निकट दिखी, वहां न किसी को फिजीकल डिस्टेंस की परवाह थी न मास्क की। श्रीम की आवाज भी दब गई
शहर भर में वैश्विक महामारी के प्रति लोगों की गंभीर लापरवाही को लेकर युवा कथा वाचक पं.श्रीम शर्मा इस समय शहर में असली धर्म निभाते दिख रहे हैं। सुबह लगभग पौने दस बजे के करीब सरकारी गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल के बाहर लगी भीड़ को देख वे अकेले ही अपनी स्कूटी पर कोड लैस स्पीकर से लोगों को उनकी लापरवाही के प्रति हर अच्छे बुरी बातों का अहसास कराने की कोशिश कर रहे थे लेकिन भीड़ में एक दूसरे से चिपककर खड़े लोग उनकी बातों को सुन तो रहे थे, लेकिन एक कान से सुनकर दूसरे से निकाल रहे थे। अपनी व अपनों की जिंदगी के लिए कुछ दिन रहें घर
एसएसपी हरमनबीर सिंह गिल ने लोगों से अपील की है कि वे प्रशासन के नियमों के लिए नहीं कम से कम अपनी और अपनों की जिदगी के लिए कुछ दिन घर में रहें, अन्यथा उनकी लापरवाही के चलते उन्हें मिली राहत भी वापस ली जा सकती है।