द लर्निग फील्ड स्कूल के बच्चों ने आनलाइन मनाया वर्ल्ड मिल्क-डे
द लर्निग फील्ड ए ग्लोबल स्कूल (टीएलएफ) की ओर से स्कूल चेयरमैन इंजी. जनेश गर्ग व चेयरपर्सन डा. मुस्कान गर्ग के दिशा-निर्देशों पर बच्चों ने आनलाइन वर्ल्ड मिल्क-डे मनाया।
संवाद सहयोगी,मोगा
द लर्निग फील्ड ए ग्लोबल स्कूल (टीएलएफ) की ओर से स्कूल चेयरमैन इंजी. जनेश गर्ग व चेयरपर्सन डा. मुस्कान गर्ग के दिशा-निर्देशों पर बच्चों ने आनलाइन वर्ल्ड मिल्क-डे मनाया। इस एक्टीविटी के दौरान स्कूल के बच्चों ने दूध का सेवन करते हुए अपनी-अपनी तस्वीरें खींचकर उसको स्कूल के इंटरनेट मीडिया पेज पर शेयर किया।
इस मौके पर प्रिसिपल स्मृति भल्ला ने कहा कि वर्ल्ड मिल्क-डे संयुक्त राष्ट्र के फूड एवं एग्रीकल्चर आर्गनाइजेशन की ओर से स्थापित एक अंतरराष्ट्रीय दिन है। इस दिन को दूध की महत्ता बताने के लिए मनाया जाता है। उन्होंने बच्चों को कहा कि हमें अपने निजी जीवन में दूध व दुग्ध पदार्थों का सेवन करना चाहिए। उन्होंने बच्चों को सेहत एवं पोषण से जुड़े डेयरी उत्पादों के लाभ, प्रभाव और प्राप्ति के बारे में जानकारी दी। बच्चों को आनलाइन एक्टीविटी जैसे कविता उच्चारण, डेयरी फार्मिंग, दूध से बनने वाले पदार्थ काव्य उच्चारण आदि एक्टीविटी करवाई गई। डायरेक्टर सुनीता बाबू ने कहा कि दूध पीने से शरीर की लंबाई व शक्ति बढ़ती है। छोटे बच्चों को दूध रोजाना अवश्य पीना चाहिए। उन्होंने कहा कि दूध का सेवन न करने वालों की तुलना में, जो लोग रोजाना कम से कम एक गिलास दूध पीते हैं, वे हमेशा मानसिक एवं बौद्धिक तौर पर बेहतर स्थिति में होते हैं। किंडरगार्टन के बच्चों ने बनाई खूबसूरत पेंटिंग्स सभी बच्चों को वास्तव में रचनामात्मक होने की आवश्यकता है। इसी प्रयास के तहत उन्हें अवसर मुहैया करवाए जाते हैं ताकि उनका संपूर्ण विकास हो सके।
ये विचार एसएफसी कान्वेंट स्कूल फतेहगढ़ कोरोटाना के डायरेक्टर अभिषेक जिदल ने किडरगार्टन के बच्चों की करवाई आनलाइन गतिविधियों का निरीक्षण करते हुए प्रकट किए। इस दौरान प्री नर्सरी से एलकेजी तक के बच्चों ने अलग-अलग सब्जियों की मदद से पेंटिग बनाई। सारी पेंटिग बहुत ही सुंदर और अद्भुत थी। यूकेजी के बच्चों ने बहुत सुंदर ढंग से कविताएं पेश कीं और वीडियो बनाए। बच्चों ने पूरे हाव-भाव के साथ कविताओं का गायन किया।
स्कूल प्रिसीपल मनमिता दास रैना ने बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि एक चंचल दिमाग जिज्ञासु होता है और सीखना मजेदार होता है। यदि आप अपनी स्वाभाविक जिज्ञासा को बढ़ाते हैं और नए अनुभव में आनंद की भावना बनाए रखते है। स्कूल के डायरेक्टर अभिषेक जिदल ने भी बच्चों को ऐसे ही आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।