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सेवानिवृत्त अधिकारी को ज्यादा पेंशन का लालच दे साढ़े नौ लाख ठगे

। सहायक खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी के पद से सेवानिवृत्त राजपाल सिंह से 78 साल की उम्र में आनलाइन ठगी करने वाले गिरोह ने ज्यादा पेंशन के नाम पर साढ़े नौ लाख रुपये ठग लिए।

By JagranEdited By: Published: Thu, 16 Sep 2021 09:58 PM (IST)Updated: Thu, 16 Sep 2021 09:58 PM (IST)
सेवानिवृत्त अधिकारी को ज्यादा पेंशन का 
लालच दे साढ़े नौ लाख ठगे
सेवानिवृत्त अधिकारी को ज्यादा पेंशन का लालच दे साढ़े नौ लाख ठगे

संवाद सहयोगी.मोगा

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सहायक खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी के पद से सेवानिवृत्त राजपाल सिंह से 78 साल की उम्र में आनलाइन ठगी करने वाले गिरोह ने ज्यादा पेंशन के नाम पर साढ़े नौ लाख रुपये ठग लिए। ठगी का अहसास होने के बाद आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर अब 80 साल के हो चुके सेवानिवृत्त गजटेड अधिकारी के मामले में पुलिस ने उत्तरप्रदेश, दिल्ली व उड़ीसा के नौ लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी व गबन के मामले में एफआइआर दर्ज की है।

डेढ़ साल पहले जांच अधूरी छोड़ पुलिस ने पीड़ित के मामले में केस बंद कर दिया था, लेकिन बुजुर्ग ने हिम्मत नहीं हारी, वरिष्ठ अधिकारियों से मिलकर केस दोबारा खुलवाया। आखिरकार एफआइआर दर्ज कराने में तो कामयाबी मिल गई लेकिन पुलिस अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं कर सकी है।

यह है मामला

अप्रैल 2019 को राजपाल सिंह को मुंबई के एक नंबर से मोबाइल पर फोन आया। फोन करने वाले ने उन्हें एक सरकारी कंपनी का अधिकारी बताते हुए कहा कि उनकी पेंशन की 1.80 लाख रुपये राशि बकाया पड़ी है। इसे क्लेम करने के लिए कुछ प्रक्रिया पूरी करनी पड़ेगी। ये सुनकर बुजुर्ग ने राशि का क्लेम करने के लिए फोन करने वाले के बताए ईमेल पर दस्तावेज भेज दिए। बाद में ठग गिरोह उन्हें केस रिजेक्ट होने की बात कहकर उलझाता रहा। इस गिरोह ने एक महीने के अंदर बुजुर्ग को झांसा देकर उनसे करीब साढ़े नौ लाख रुपये ऐंठ लिए। बाद में छह लाख रुपये की राशि दिए गए एकाउंट नंबर में और जमा कराने के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया। तब राजपाल को लगा कि उनके साथ ठगी हो रही है। अप्रैल 2019 को ही उन्होंने इस मामले में एक शिकायती पत्र तत्कालीन एसएसपी को दिया।

पुलिस बड़ी धीमी गति से जांच आगे बढ़ाती रही, उनके बयान भी दर्ज किए। बाद में केस साइबर सेल को दे दिया, साइबर सेल ने शिकायतकर्ता को बताए बिना जांच बंद कर दी। काफी दिन बाद भी पुलिस की ओर से हलचल नहीं हुई तो पीड़ित राजपाल सिंह ने डीएसपी साइबर सेल से संपर्क किया। डीएसपी ने जांच के बाद बताया कि उनका केस तो दाखिल दफ्तर हो चुका है। बुजुर्ग ने इस पर आपत्ति की। उन्होंने केस री-ओपन कराया, दोबारा जांच शुरू होने के बाद प्रारंभिक जांच में आरोप सही पाए जाने के बाद पुलिस ने इस मामले में नौ लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। इन लोगों के खिलाफ दर्ज हुआ केस

रत्नेश निवासी बुलंदशहर, उत्तरप्रदेश, अनूपकुमार निवासी वाईजी 139 गली नं. 9 संगम विहार, हमदर्द नगर ईस्ट दिल्ली, हेम सिंह निवासी मकान नं.6-5 ब्लाड डी निकट श्रीराम स्कूल बसंत बिहार साउथ वेस्ट दिल्ली, रेवती मांझी, 825 साउथ राजपुरा, बालासर रायबेनिया, उड़ीसा, छुट्टू मुखी निवासी जमेनंदेपुर, भाजपुर चीपास्तिया, उड़ीसा, मीनू अरोड़ा फ‌र्स्ट पार्टी बैंक एकाउंट निवासी एमपी सॉल्यूशन जी 78 बर्धमानस जीटी करनाल रोड नार्थ बेस्ट दिल्ली, मुकेश पाठक निवासी एमपी साल्यूशन जी 76 बर्धमानस जीटी करनाल रोड नार्थ वेस्ट दिल्ली, जतिन कुमार भारती निवासी मकान नं.सी 315 सेक्टर 22 नोएडा गौतमबुद्ध नगर उत्तर प्रदेश, मार्टी कुमार केहर निवासी न्यूक्तर भुला, वर्धमान वेस्ट बंगाल। थाना सिटी-1 के एसएचओ गुरप्रीत सिंह ने केस दर्ज करने की पुष्टि करते हुए बताया कि आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।


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