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मतदान पेटी की निगरानी, ठंडे बस्ते में पड़ा अभियान

मोगा के नवनियुक्त डीसी डीपीएस खरबंदा ने शहर को लावारिस पशुओं से मुक्ती दिलाने के लिए एक विशेष अभियान शुरू किया था, लेकिन इसी बीच जिला परिषद व ब्लाक समिति के चुनाव आने के चलते उक्त अभियान को ग्रहण लग गया। नगर निगम की टीम ने शहर से एक सप्ताह के दौरान करीब 350 लावारिस पशुओं को पकड़कर विभिन्न गोशालाओं में भेज दिया है, लेकिन अभी भी शहर में

By JagranEdited By: Published: Wed, 19 Sep 2018 11:33 PM (IST)Updated: Wed, 19 Sep 2018 11:33 PM (IST)
मतदान पेटी की निगरानी, ठंडे बस्ते में पड़ा अभियान
मतदान पेटी की निगरानी, ठंडे बस्ते में पड़ा अभियान

संवाद सहयोगी, मोगा :

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मोगा के नवनियुक्त डीसी डीपीएस खरबंदा ने शहर को लावारिस पशुओं से मुक्ति दिलाने के लिए एक विशेष अभियान शुरू किया था। इसी बीच जिला परिषद व ब्लाक समिति के चुनाव आने के चलते उक्त अभियान को ग्रहण लग गया। नगर निगम की टीम ने शहर से एक सप्ताह के दौरान करीब 350 लावारिस पशुओं को पकड़कर विभिन्न गोशालाओं में भेज दिया है, लेकिन अभी भी शहर में 800 से अधिक लावारिस पशु होने का अनुमान है। चुनावी ड्यूटियों का हवाला देकर प्रशासन व निगम कुछ समय के लिए तो टालमटोल कर सकता है, लेकिन अब शहर वासी लावारिस पशुओं से इस कदर परेशान हो चुकें है कि, अगर लोगों को लावारिस पशुओं से मुक्ति न मिली तो शहर की समाजसेवी संस्थाओं के साथ मिलकर लोग सड़कों पर उतरने को मजबूर हो जाएंगे। क्योंकि मोगा में लावारिस पशुओं के कारण रोजाना की तर्ज पर लोग हादसों का शिकार हो रहें हैं, जबकि कुछ दिन पहले ही थाना सिटी साउथ के सहायक थानेदार बलबीर ¨सह की लावारिस पशु के कारण मौत हो चुकी है।

प्रदेश के चार जिलों से मंगाई गई थी टीम

डीसी डीपीएस खरबंदा ने मोगा में पदभार संभालने के बाद नगर निगम में कमिश्नर व मेयर समेत निगम अधिकारियों के साथ एक अहम बैठक की थी। जिसमें फैसला लिया गया था कि पंजाब के चार जिलों से पशु पकड़ने वाले टीमों को मोगा में बुलाकर शहर को लावारिस पशुओं से मुक्ति दिलाई जाएगी, इसी के चलते 13 सितंबर से लेकर 20 सितंबर तक शहर से लावारिस पशु पकड़ने का अभियान भी शुरू कर दिया गया था। जिसके चलते निगम टीम पहले ही दिन 125 लावारिस पशु, दूसरे दिन 39 लावारिस पशु और तीसरे दिन 50 लावारिस पशुओं को शहर से पकड़कर बुक्कनवाला गोशाला, चड़िक रोड स्थित गोशाला, किशनपुरा गोशाला और कोटकपूरा में बीड़ सिक्खा वाली गोशाला में भिजवा दिया गया था। प्रशासन के इस अभियान में काफी रूकावटे भी आने लगी थी, लेकिन डीसी के अटल निर्णय से लावारिस पशु पकड़ने का अभियान जारी रहा, परिणाम स्वरूप पांच दिन में निगम की टीम ने शहर से करीब 350 लावारिस पशुओं को पकड़कर गोशाला में भेज दिया।

अभियान अभी जारी रहेगा : एसडीओ

नगर निगम के एसडीओ गुरप्रीत ¨सह का कहना है कि शहर से लावारिस पशुओं को पकड़ने का अभियान अभी जारी रहेगा, उन कहा कि चुनावी ड्यूटियों के कारण इस अभियान को ब्रेक लगानी पड़ी है, अन्यथा जल्द ही निगम टीम दोबारा शहर से लावारिस पशुओं को पकड़ना शुरू कर देगी।


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