मेयर पद के लिए टीम हरजोत में नीतिका भल्ला का नाम सबसे ऊपर
आखिरकार निर्वाचन के 85 दिन की प्रतीक्षा के बाद नगर निगम को वीरवार को नया मेयर मिल जाएगा।
सत्येन ओझा.मोगा
आखिरकार निर्वाचन के 85 दिन की प्रतीक्षा के बाद नगर निगम को वीरवार को नया मेयर मिल जाएगा। कोरोना संक्रमण को देखते हुए मेयर का चुनाव डिप्टी कमिश्नर की सभागार में दोपहर 12 बजे होगा।
निगम की सभागार की तुलना में डिप्टी कमिश्नर आफिस की सभागार बड़ी होने के कारण वहां चुनाव करवाने का फैसला लिया गया है। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि वार्ड संख्या पांच से निर्वाचित नीतिका भल्ला विधायक डा.हरजोत कमल खेमे से मेयर पद की प्रत्याशी हो सकती हैं, जबकि सीनियर डिप्टी मेयर के रूप में अशोक धमीजा की ताजपोशी हो सकती है। डिप्टी मेयर के पद पर गुरप्रीत सिंह सचदेवा का नाम चल रहा है।
बगावत कर सकते हैं पीना
मेयर पद के चुनाव को लेकर अब कुछ घंटे ही बाकी रह गए हैं। बहुमत कांग्रेस में विधायक डा.हरजोत गुट के पास है। इसके बावजूद कांग्रेस का विरोधी खेमे एवं विपक्षी दल विधायक हरजोत गुट को पटकनी देने के लिए सक्रिय दिख रहा है। यही वजह है कि अकाली दल अभी तक अपने प्रत्याशी की घोषणा नहीं कर पा रहा है। डा.हरजोत कमल अपनी रणनीति निर्वाचित पार्षदों के बीच साफ कर चुका है। यही वजह है कि निर्वाचन के बाद से लगातार मेयर या सीनियर डिप्टी मेयर के पद दावेदारी में सबसे आगे रहे प्रवीन कुमार पीना के बगावती तेवर सामने आने लगे हैं। माना जा रहा है कि प्रवीन कुमार पीना को टीम हरजोत ने नगर निगम के बजाय किसी अन्य स्थान पर लाभ देने की रणनीति तैयार की थी लेकिन पीना मेयर या सीनियर डिप्टी मेयर पद पर ही लगातार दावेदारी जताते आ रहे हैं। ऐसे में वीरवार को मेयर पद के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी को कांग्रेस की सीट से निर्वाचित प्रवीन कुमार पीना का वोट मिलेगा, ये कहना मुश्किल है।
चार अकालियों के वोट कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में पड़ सकते हैं
डा.हरजोत कमल गुट की ओर से जो चर्चाएं निकल कर बाहर आ रही हैं, उसमें दावे के साथ कहा जा रहा है कि कम से कम चार अकाली प्रत्याशियों के वोट भी कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में जा सकते हैं। ऐसे में अगर कांग्रेस के खेमे से एक दो प्रत्याशियों के वोट खिसकते भी हैं तो उससे ज्यादा अकाली दल के वोट से कांग्रेस पूर्ति कर सकता है। बोनस के रूप में कांग्रेस के पास विधायक व एमपी के रूप में दो वोट भी हैं जिनका इस्तेमाल उस समय किया जा सकेगा जब बराबरी की स्थिति बन रही हो।
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि चुनाव से पूर्व विधायक डा.हरजोत कमल ने अपने समर्थक पार्षदों की बैठक बुलाकर चुनाव की पूरी रणनीति को अंतिम रूप दिया है, ताकि चुनाव के दौरान किसी प्रकार की भ्रम की स्थिति न रहे। चुनाव डिवीजनल कमिश्नर के प्रतिनिधि के रूप में डिप्टी कमिश्नर की मौजूदगी में होगा। ऐसे में माना जा रहा है कि चुनाव में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी की संभावना न के बराबर होगी।
ये है निगम का अंक गणित
कुल वार्ड 50
बहुमत का आंकड़ा 26
कांग्रेस 20
शिअद 15
आप 4
भाजपा 1
आजाद (अब कांग्रेस समर्थक) 10