ऐसी मौत जिससे आपकी भी कांप उठेगी रुह, पुलिस बनी रही मूकदर्शक
जमीन विवाद में पुलिस की मौजूदगी में लोगों ने एक व्यक्ति को ऐसी मौत दी जिसे सुनकर आपकी रूह कांप जाएगी।
जेएनएन, मोगा। जमीन विवाद में पुलिस की मौजूदगी में लोगों ने शमशेर सिंह को ऐसी मौत दी, जिसे सुनकर भी रूह कांप जाएगी। अपहरण के मामले में जमानत की भनक जैसे ही पुलिस व जमीन विवाद की दूसरी पार्टी को लगी तो जमानत लेने वालों का पीछा कर आरोपितों ने पहले तो थाना मैहना के अंतर्गत आते गांव डाला के निकट गाड़ी में टक्कर मारी और फिर बेसबॉल, डंडों से शमशेर सिंह सहित चार लोगों पर हमला कर दिया। आरोपित पुलिस के सामने शमशेर को पीटते रहे।
पीड़ितों से थाना कोट ईसे खां के अंतर्गत आती बलखंडी पुलिस चौकी के प्रभारी ने मोबाइल फोन पहले ही छीन लिए थे। डेढ़ घंटे बाद जब शमशेर सिंह की सांसें थम गईं, तब एंबुलेंस बुलाई गई। सिविल अस्पताल में भर्ती घायल शैल सिंह ने शनिवार को थाना मैहना की पुलिस को दिए बयान में ये बातें कहीं। पुलिस ने दो ज्ञात व तीन-चार अज्ञात पुलिसकर्मियों सहित 27 से ज्यादा लोगों पर केस दर्ज किया है।
शैल सिंह ने बताया कि पुलिस मुलाजिमों के सामने आरोपितों ने उन्हें बेरहमी से पीटा। सिविल अस्पताल में जैसे ही सभी घायल लाए गए तो बलखंडी पुलिस चौकी के मुलाजिमों ने उसे एंबुलेंस से नहीं उतारा। वो उसे शुक्रवार रात पौने 10 बजे थाना सिटी-2 ले गए। इसके बाद उनके पक्ष में लोगों ने हंगामा किया तो उसे सिविल अस्पताल मोगा में भर्ती करा दिया। सुरजीत सिंह की हालत गंभीर होने के कारण उन्हें फरीदकोट मेडिकल कॉलेज में रेफर कर दिया गया।
ये हैं आरोपित
घायल छिंदरपाल सिंह के बयान पर पुलिस ने जग्गा सिंह, लखवीर सिंह, मनदीप सिंह, अमरजीत सिंह, बिक्कर सिंह, चमकौर सिंह, सरबजीत सिंह, सिमरनजीत सिंह सिमरा, गुरप्रीत सिंह, कमलजीत सिंह सभी निवासी गांव चूहड़चक व 10 /12 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया है। साथ ही एफआइआर में थाना कोट इसे खां की चौकी बलखंडी के इंचार्ज एएसआइ भलिंदर देव सिंह व तीन-चार अज्ञात पुलिस मुलाजिमों का नाम भी शामिल किया गया है।
जमीन विवाद में की गई हत्या
गौर हो कि जमीन विवाद में चूहड़चक्क निवासी शमशेर सिंह व तीन अन्य लोगों पर गुरदेव सिंह के बेटों ने अपहरण का केस दर्ज करवाया था। सभी को गत शुक्रवार को कोर्ट जमानत मिली। इसके बाद शमशेर सिंह, उसका भतीजा सुरजीत सिंह, छिंंदर सिंह व शैल सिंह गांव लौट रहे थे कि कुछ लोगों ने हमला कर दिया। इसमें शमशेर सिंह की मौत हो गई, जबकि बाकी अन्य जख्मी हो गए।
हत्या के वक्त मैं पुलिस चौकी में था : एसएचओ
बलखंडी चौकी प्रभारी भलिंदर सिंह से पूछा गया कि आरोप है कि आपकी मौजूदगी में घायलों पर हमला किया गया। शमशेर सिंह डेढ़ घंटे मौके पर तड़पता रहा। इस पर उन्होंने कहा कि मैं तो अपहरण के मामले में दबिश दे रहा था, इसलिए आरोप लगाए जा रहे हैं, जो सही नहीं हैं। घटना के समय मैं तो पुलिस चौकी में था। मेरी मोबाइल लोकेशन चेक की जा सकती है। जब उनसे पूछा गया कि जमानत मिलने के बाद पुलिस किस बात के लिए दबिश दे रही थी तो उन्होंने कहा कि जमानत तो कल ही मिली थी। मुझे जमानत मिलने की जानकारी नहीं थी।
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