खेत से पकड़ी डेढ़ किलो हेरोइन
फोटो-70 -बीएसएफ के सहयोग से पुलिस को मिली बड़ी सफलता -सीमा पार से भारत में तस्करी के लिए पहुंची थी खेप
जागरण संवाददाता, मोगा : सीमा पार से तस्करी के लिए भेजी गई एक किलो 160 ग्राम हेरोइन मोगा के एसपी (डी) हरिदर पाल सिंह परमार के नेतृत्व में पुलिस ने तस्करों के हाथ में लगने से पहले ही कब्जे में ले ली। मोगा पुलिस अधिकारियों की टीम ने फिरोजपुर में बॉर्डर पर फैसिग से पार जाकर एक खेत से हेरोइन बरामद कर बड़ी सफलता हासिल की है। हेरोइन बीएसएफ के सहयोग से बरामद की गई है, हालांकि अभी ये नहीं पता चल सका है कि हेरोइन किसके लिए सप्लाई हुई थी और किसने सप्लाई की थी।
एसपी (डी) हरिदर पाल सिंह परमार ने बताया कि सीआइए स्टाफ के इंचार्ज प्रभारी इंस्पेक्टर तरलोचन सिंह, सहायक थानेदार परमजीत सिंह ने गुप्त सूचना के आधार पर पाकिस्तानी बॉर्डर एरिया के नजदीक धान के खेतों में छिपा कर रखी एक किलो 160 ग्राम हेरोइन बरामद करके अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। एसपी (डी) हरिदर पाल सिंह परमार ने बुधवार को जिला पुलिस कार्यालय में बताया कि सीआइए स्टाफ के इंचार्ज इंस्पेक्टर तरलोचन सिंह को गुप्त सूचना मिली कि बॉर्डर क्षेत्र में स्थित बीओपी जगदीश चौकी थाना सदर फिरोजपुर के एरिया में पाकिस्तानी स्मगलरों ने भारत के नशा तस्करों के साथ मिलकर पाकिस्तान के बॉर्डर के नजदीक भारतीय एरिया में धान के खेतों में भारी मात्रा में हेरोइन छिपाई है। ये हेरोइन भारत के हिस्से में सप्लाई की जानी थी।
सूचना मिलने पर पुलिस ने अज्ञात समर्थकों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत थाना मैहना में मामला दर्ज करके हेरोइन की बरामदगी के लिए सीनियर पुलिस अधिकारियों की निगरानी में टीम गठित की थी। इस टीम को एसपी (डी) हरिदरपाल सिंह परमार खुद लीड कर रहे थे। सीआइए स्टाफ के इंचार्ज तरलोचन सिंह, सहायक थानेदार परमदीप सिंह समेत पुलिस पार्टी ने बीएसएफ बटालियन के पांच जवानों के साथ मिलकर संयुक्त ऑपरेशन चलाया तो धान के खेतों में 580-580 ग्राम के दो पैकेट हेरोइन बरामद की गई। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान से भारत आने वाले तस्करों को ट्रेस करने के लिए तकनीकी ढंग से तफ्तीश की जा रही है।
किसान को किया जांच में शामिल
एसपी (डी) हरिदर पाल सिंह परमार ने बताया हेरोइन बॉर्डर के पार लगी तार से किसान जंगीर सिंह के खेतों में लगे धान से बरामद की गई है। किसान को भी इस जांच में शामिल किया गया है।
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सत्येन ओझा