एक साल पहले मृत इंस्पेक्टर मोगा पुलिस की बेवसाइट में आज भी जिदा
। तरह तरह के कारनामों से पंजाब पुलिस अकसर चर्चा में रहती है लेकिन इस चर्चा में एक और कड़ी मोगा पुलिस की अधिकारिक वेबसाइट ने जोड़ दी है।
रोहित शर्मा, मोगा
तरह तरह के कारनामों से पंजाब पुलिस अकसर चर्चा में रहती है लेकिन इस चर्चा में एक और कड़ी मोगा पुलिस की अधिकारिक वेबसाइट ने जोड़ दी है। इसमें मौत के बाद भी इंस्पेक्टर बलदेव सिंह बंटी अपनी सेवाएं दे रहे हैं। बेशक पुलिस अधिकारी इस वेबसाइट का अपडेट न होना मान रहे हैं, लेकिन वेबसाइट को बनाने के बाद इसे अपडेट करना तो विभाग की ही जिम्मेदारी है। जो लोग इस वेबसाइट को देखकर भ्रमित हो रहें है, उनके पास पुलिस विभाग के पास ही शिकायत करने के अलावा अन्य कोई विकल्प नहीं बचा है। दिलचस्प है कि मोगा पुलिस की वेबसाइट पर इंस्पेक्टर बलदेव सिंह बंटी साइबर सेल के प्रभारी व नोडल अफसर के पद पर नियुक्त बताए जा रहे हैं, जबकि उनकी बीते वर्ष में मौत हो चुकी है। सरकारी सुविधा लोगों के लिए बनी दुविधा
लोगों की सुविधा के लिए पंजाब पुलिस की ओर से बनाई गई जिला मोगा पुलिस की वेबसाइट अब लोगों के लिए अब दुविधा ज्यादा बनती जा रही है। शहर के वार्ड नंबर 28 निवासी जतिदर सिंह का कहना है कि करीब एक सप्ताह पहले साइबर क्राइम को लेकर उन्हें पुलिस को शिकायत व सुझाव दर्ज करवाना था। उन्होंने इंटरनेट पर मोगा पुलिस की वेबसाइट खोलकर साइबर क्राइम सेल के इंचार्ज का नाम व नंबर देखा तो इंस्पेक्टर बलदेव सिंह बंटी का नाम पढ़कर उनका नंबर डायल कर दिया। इसके बाद पता चला कि उनकी तो एक वर्ष पहले ही हृदय गति रुकने के कारण मौत हो चुकी है। जब उन्होंने क्षेत्रीय थाने में फोन करके साइबर क्राइम सेल के प्रभारी का नंबर लेना चाहा तो उन्हें जवाब मिला को जिला पुलिस की वेबसाइट से उनका नंबर ले सकते हैं। इसी प्रकार करीब दो दिन तक उन्हें साइबर सेल के प्रभारी का नाम व नंबर जानने के लिए इधर-उधर भटकना पड़ा। तीन थानों में एसएचओ ही नहीं विधानसभा चुनाव सिर पर हैं और मोगा पुलिस की वेबसाइट पर इस समय थाना अजीतवाल, थाना समालसर और थाना चड़िक के एसएचओ के प्रभारी के कालम रिक्त हैं। यानी वेबसाइट के अनुसार इस समय उक्त तीनों थानों में एसएचओ ही नहीं हैं। जबकि हकीकत में थाना अजीतवाल में इस समय इंस्पेक्टर दलजीत सिंह गिल, थाना चड़िक में सब इंस्पेक्टर जसविदर सिंह और थाना समालसर में इंस्पेक्ट गोल्डी विर्दी बतौर थाना प्रभारी तैनात हैं। ऐसे में जिले के लोग भ्रमित हो रहे हैं। यही नहीं, जिले के कई थानों में थाना प्रभारियों की बदली हो चुकी है, लेकिन अभी तक नए थाना प्रभारियों के नाम भी अपडेट नहीं किए गए। दर्शाता है विभाग का लापरवाह रवैया
बता दें कि मोगा पुलिस अपनी अधिकारिक वेबसाइट को अपडेट करने को लेकर कितनी गंभीर है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि एक साल पहले मर चुके इंस्पेक्टर का नाम ही वेबसाइट से नही हटाया गया। यहां तक कि कई माह पहले तबादला होने के चलते जिला छोड़कर जा चुके पुलिस अधिकारियों के नाम व मोबाइल नंबर भी मोगा पुलिस की वेबसाइट पर अपडेट नही किए गए। ये पुलिस प्रशासन का लापरवाह कार्यप्रणाली को दर्शाता है।
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..जल्द अपडेट हो जाएगी वेबसाइट : एसएसपी सोहल एसएसपी चरनजीत सिंह सोहल से जब इस बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा कि मामला उनके ध्यान में है और वेबसाइट को अपडेट करने संबंधी इंटरनेट मीडिया सेल को आदेश जारी कर दिए गए हैं। जल्द ही वेबसाइट को अपडेट कर मौजूदा अधिकारियों का ब्यौरा दर्ज कर दिया जाएगा।