पंजाबी भाषा के बारे में लोहगढ़ को सौंपा ज्ञापन
मोगा जम्मू-कश्मीर में पंजाबी बोली पर लगाई गई पाबंदी को हटाने के लिए पंजाबी लेखक तीर्थ सिंह मल्ली चुघा सोनिया कौर धर्मकोट कर्मजीत कौर धर्मकोट निर्भय सिंह धर्मकोट व ठाना सिंह जलालाबाद ने हलका विधायक सुखजीत सिंह लोहगढ़ को मांग पत्र सौंपा।
संवाद सहयोगी, मोगा
जम्मू-कश्मीर में पंजाबी बोली पर लगाई गई पाबंदी को हटाने के लिए पंजाबी लेखक तीर्थ सिंह मल्ली चुघा, सोनिया कौर धर्मकोट, कर्मजीत कौर धर्मकोट, निर्भय सिंह धर्मकोट व ठाना सिंह जलालाबाद ने हलका विधायक सुखजीत सिंह लोहगढ़ को मांग पत्र सौंपा। उन्होंने कहा है कि जम्मू-कश्मीर में पंजाबी बोली पर लगी पाबंदी से हर पंजाबी लूटा महसूस कर रहा है। जम्मू-कश्मीर में रहने वाले ज्यादातर लोगों की मां बोली पंजाबी है। ऐसे में उक्त पाबंदी जुर्म है। यह वह बोली है जिसने श्री गुरु तेग बहादुर द्वारा हिदुओं के धर्म को खत्म होने से बचाया। विधायक ने एकत्रित पंजाबी लेखकों को आश्वासन दिलाया कि वह निजी तौर पर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह से बातचीत करेंगे, ताकि जम्मू-कश्मीर में पंजाबी बोली पुन: बहाल हो सके।