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दूसरे की दुल्हन बनना बर्दाश्त नहीं कर सका प्रेमी, दस दिन में ही प्रेमिका को बना दिया विधवा

शादी के दस दिन के अंदर ही प्रेमी ने प्रेमिका के पति को आलू की खुदाई के बहाने बुलाया और नहर में डुबो कर मार डाला।

By JagranEdited By: Published: Wed, 03 Mar 2021 10:44 PM (IST)Updated: Wed, 03 Mar 2021 10:44 PM (IST)
दूसरे की दुल्हन बनना बर्दाश्त नहीं कर सका प्रेमी, दस दिन में ही प्रेमिका को बना दिया विधवा
दूसरे की दुल्हन बनना बर्दाश्त नहीं कर सका प्रेमी, दस दिन में ही प्रेमिका को बना दिया विधवा

संवाद सहयोगी,मोगा

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दो बच्चों का पिता अपनी प्रेमिका को दूसरे की दुल्हन बनना सहन नहीं कर सका। शादी के दस दिन के अंदर ही प्रेमी ने प्रेमिका के पति को आलू की खुदाई के बहाने बुलाया और नहर में डुबो कर मार डाला। हत्या में आरोपित ने अपने दो और साथियों का भी सहयोग लिया।

नहर में 18 फरवरी को मिले शव के मामले का पुलिस ने 12 दिन की जांच के बाद पर्दाफाश कर प्रेमी सहित दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि तीसरे की तलाश के लिए पुलिस ने जालंधर में दबिश दी है। आरोपितों को पुलिस ने अदालत में पेश कर तीन दिन का रिमांड हासिल कर लिया है। प्रेमी ने अपनी प्रेमिका को तो दस में ही विधवा बनाकर उसकी दुनिया को तो उजाड़ ही दिया, साथ ही अपने हंसते-खेलते परिवार में भी आग लगा दी।

थाना धर्मकोट में के प्रभारी इंस्पेक्टर गुलजिदर पाल सिंह ने बताया कि शिकायकर्ता जोगिदर सिंह निवासी गांव बहादुरके जिला लुधियाना ने बताया कि उसके 25 वर्षीय बेटे सर्बजीत सिंह की शादी जालंधर के गांव भोड़े निवासी कुलविदर कौर पुत्री राजू सिंह के साथ इसी साल सात फरवरी को हुई थी। शादी के दस दिन बाद कुलविदर कौर 17 फरवरी को अपने मायके चली गई थी।

उसी दिन कुलविदर कौर का प्रेमी व हत्या का मुख्य आरोपित जरनैल सिंह मोटरसाइकिल पर सवार होकर सर्बजीत सिंह के पास आया। उसने साजिश के तहत सर्बजीत सिंह से बात की कि उसे आलू की खुदाई करानी है, सर्बजीत इसके लिए तैयार हो गया। जरनैल सिंह ने सर्बजीत सिंह को पांच रुपये की राशि एडवांस भी दे दी।

अगले दिन 18 फरवरी को उसका बेटा सर्बजीत सिंह अपने पिता से ये कहकर घर से निकला था कि एक दिन पहले जो लोग लेबर की एडवांस राशि दे गए थे वे उसे लेने आ रहे हैं। उसका बेटा घर से मोटरसाइकिल पर सवार होकर चला गया। उसी दिन सुबह 11 बजे किशनपुरा कलां की नहर से सर्बजीत सिंह का शव बरामद हुआ। मोटरसाइकिल सड़क किनारे खड़ी मिली। लुधियाना का गांव बहादरगढ़ मोगा के गांव किशनपुरा कलां के बराबर ही लगता है। थाना भी किशनपुरा लगता है। घटना वाले दिन पुलिस ने शव बरामद कर 174 के तहत कार्रवाई की थी, लेकिन सर्बजीत सिंह के परिवार के लोग इस बात को मानने को तैयार नहीं थे कि उसके बेटे ने आत्महत्या की है। उन्हें आशंका थी कि सर्बजीत सिंह की हत्या की गई है।

परिवार की इस आशंका पर पुलिस ने मामले की जांच जारी रखी। परिवार के लोगों से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि जालंधर से कुछ लोग आलू की खुदाई के लिए उसके बेटे को लेकर गए थे। पुलिस ने शक हुआ तो उन्होंने सर्बजीत सिंह के मोबाइल फोन की काल डिटेल निकालकर सर्बजीत सिंह को लेबर के लिए फोन करने वाले लोगों का पता लगाकर उन्हें अपनी हिरासत में ले लिया। हिरासत में लिए युवक से पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो वह पुलिस के आगे कुछ ही देर में टूट गया। उसने हत्या की बात स्वीकार कर ली। साथ ही हत्या में जिन दो दोस्तों का साथ लिया था, उनके नाम भी बता दिए। पुलिस ने जरनैल सिंह के एक दोस्त को मंगलवार को ही हिरासत में ले लिया था,जबकि दूसरे की तलाश में बुधवार को टीम जालंधर रवाना हुई है। प्लानिंग कर दिया वारदात को अंजाम

पुलिस की पूछताछ में पता चला कि शादी से पहले सर्बजीत सिंह की पत्नी कुलविदर कौर के प्रेम संबंध जरनैल सिंह के साथ थे। हालांकि जरनैल सिंह दो बच्चों का बाप है, लेकिन उसकी प्रेमिका किसी और की दुल्हन बनी, इस बात को वह बर्दाश्त नहीं कर सका। जैसे ही शादी के बाद पहली बार उसकी प्रेमिका गांव आई तो वह उसके पति के घर लेबर का काम करवाने के बहाने पहुंच गया, क्योंकि वह जानता था कि अपनी प्रेमिका की मौजूदगी में जाता तो साजिश को अंजाम देने से पहले ही भांडा फूट सकता था। लेबर के बहाने सर्बजीत सिंह को बुलाकर जरनैल सिंह ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर सर्बजीत सिंह की हत्या नहर के पानी में डुबोकर कर डाली। हत्या के बाद आरोपित मौके से फरार हो गए।

थाना किशनपुरा पुलिस ने इस मामले में मुख्य हत्यारोपित जरनैल सिंह निवासी माऊ साहिब जिला जालंधर, राजवीर सिंह निवासी भोडे़ जालंधर व छिदी निवासी कोटला भागू जालंधर के खिलाफ हत्या के मामले में केस दर्ज कर लिया है।

आरोपित है दो बेटों का पिता

मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी मंजीत सिंह ने बताया कि आरोपित जरनैल सिंह खेतीबाड़ी का काम करता है। उसका एक साल का व दूसरा 11 साल का बेटा है। दूसरे आरोपित अविवाहित हैं। दोस्ती निभाने के चक्कर में वे भी हत्या में जनरैल सिंह का साथ दे बैठे और फंस गए। तीसरे आरोपित छिदी सिंह की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने टीम जालंधर में भेजी हैं।


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