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घरेलू काम के लिए भेजा था मलेशिया, देह व्यापार के लिए किया मजबूर

शहर में रहने वाली एक महिला अपनी पड़ोस की युवती को 25 हजार रुपये महीने पर घरेलू काम कराने के बहाने मलेशिया ले गई बाद में उसे वहां ले जाकर देह व्यापार के धंधे में धकेलने का प्रयास किया युवती मानी नहीं तो उसे बंधक बनाकर चार साल तक बेरहमी से मारपीट की जाती रही 18-18 घंटे काम लेकर भी उसे वेतन तक नहीं दिया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 06 Oct 2019 09:45 PM (IST)Updated: Mon, 07 Oct 2019 06:23 AM (IST)
घरेलू काम के लिए भेजा था मलेशिया, देह व्यापार के लिए किया मजबूर
घरेलू काम के लिए भेजा था मलेशिया, देह व्यापार के लिए किया मजबूर

संवाद सहयोगी, मोगा : शहर में रहने वाली एक महिला अपनी पड़ोस की युवती को 25 हजार रुपये महीने पर घरेलू काम कराने के बहाने मलेशिया ले गई, बाद में उसे वहां ले जाकर देह व्यापार के धंधे में धकेलने का प्रयास किया, युवती मानी नहीं तो उसे बंधक बनाकर चार साल तक बेरहमी से मारपीट की जाती रही, 18-18 घंटे काम लेकर भी उसे वेतन तक नहीं दिया। युवती की ने मां मलेशिया में एक गुरुद्वारा के पाठी की मदद से मलेशिया पुलिस को साथ लेकर अपनी बेटी को मुक्त कराकर हाल ही में वापस भारत लेकर आई है। पुलिस ने नोएडा के एक कबूरबाज व युवती की पड़ोसी महिला सहित तीन लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी की साजिश रचने के मामले में केस दर्ज किया गया है।

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भारत वापस लौटकर पीड़ित युवती ने बताया कि किरणजीत कौर, कर्मजीत कौर व रेशम सिंह एक गैंग चला रहे हैं जो भारत में मासूम लड़कियों को विदेश में अच्छी पगार पर काम दिलाने के सपने दिखाते हैं और विदेश ले जाकर उन्हें देह व्यापार के लिए मजबूर हैं।

पीड़िता की मां मनजीत कौर ने बताया कि कुलदीप कौर पत्नी अशोक कुमार उनके पड़ोस में रहती है, चार साल पहले कुलदीप कौर की मलेशिया में रहने वाली बहन कर्मजीत कौर आई थी। उसने मनजीत कौर को सपने दिखाए कि वह अपनी बेटी सुखबिदर कौर उर्फ ज्योति को मलेशिया भेज दे वहां उसे 25 हजार रुपये महीने पर घरेलू काम पर जॉब मिल जाएगा। इसके लिए नोएडा के एक एजेंड से जालंधर में मिलने के लिए कहा था। इसी एजेंट ने ज्योति को मलेशिया भेजा था।

मलेशिया पहुंचने के बाद कर्मजीत कौर व उसके भाई रेशम सिंह ने ज्योति से मलेशिया में ही रहने वाली किरणजीत कौर के घर में काम दिलाने के नाम पर 80 हजार रुपये लिए थे। कुछ दिन ज्योति कर्मजीत कौर के घर रही, बाद में उसे किरणजीत कौर के घर काम करने पर लगा दिया। एक साल तक तो सब ठीक चला हालांकि ज्योति को वेतन नहीं मिला, लेकिन वह परिवार के लोगों के साथ फोन पर बात कराते रहे। इस बीच ज्योति को गलत काम के लिए मजबूर किया गया, लेकिन ज्योति ने इन्कार कर दिया तो उसके परिजनों उसकी बात करना बंद कर दिया, उससे बेरहमी से मारपीट की जाने लगी।

तीन साल तक जब ज्योति के साथ उसकी मां या परिवार के किसी सदस्य से बात नहीं हुई तो ज्योति की मां मनजीत कौर ने लोगों से संपर्क करना शुरू किया। इस बीच मनजीत की बात मलेशिया में ही एक गुरुद्वारे में अमरजीत सिंह नामक पाठी से हुई, पाठी के कहने पर मनजीत कौर मलेशिया पहुंची, वहां पर अमरजीत सिंह ने ज्योति को तलाशी में उसकी मदद की। मलेशिया पुलिस की मदद से मनजीत अपनी बेटी को किरणजीत कौर के घर से मुक्त कराकर भारत वापस लेकर आई।

भारत लौटने पर मनजीत कौर ने धोखाधड़ी के मामले की शिकायत एसएसपी से की थी। डीएसपी सिटी की जांच के बाद इस मामले में कुलदीप कौर, रेशम सिंह और किरणजीत कौर के खिलाफ थाना सिटी साउथ मोगा में मामला दर्ज कर लिया है।


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