आंधी, बारिश में गिरे बिजली के पोल, अंधेरे में डूबा एक तिहाई शहर
मोगा शहर में पिछले दो दिन से मूसलधार बारिश व आंधी में बिजली का कहर आसमान से भी बरसा और जमीन पर भी दिखा।
सत्येन ओझा, मोगा
शहर में पिछले दो दिन से मूसलधार बारिश व आंधी में बिजली का कहर आसमान से भी बरसा और जमीन पर भी दिखा। मल्लनशाह-बुक्कनवाला रोड पर बिजली के पांच खंभे सूखे पत्तों की तरह तेज आंधी में जमीन पर जा गिरे, तो कई स्थानों पर बिजली के तार टूट गए। इसके कारण शहर के एक तिहाई से ज्यादा हिस्से में सोमवार शाम को छह बजे बिजली सप्लाई बंद हो जाने के बाद मंगलवार दोपहर दो बजे आने पर एक घंटे ही चालू रह सकी। इसके बाद ये बिजली सप्लाई शाम पांच बजे के बाद भी शुरू नहीं सकी। जिसके कारण शहर के कई हिस्सों में बिजली ही नहीं, दो दिन से सुबह पीने का पानी भी नहीं मिल सका।
गौरतलब है कि रविवार मध्य रात्रि के बाद बारिश शुरू होते ही बिजली सप्लाई शहर के अधिकांश हिस्सों में बंद होना शुरू हो गई थी, लेकिन कुछ घंटे बाद सप्लाई चालू होती रही। सोमवार शाम को लगभग छह बजे तेज आंधी में मल्लनशाह से बुक्कनवाला रोड पर बिजली के पांच खंभे गिरने से शहर के एक तिहाई से ज्यादा हिस्से में बिजली सप्लाई सोमवार शाम को बाधित हो गई। इससे गीता भवन, गीता कॉलोनी, न्यू गीता कॉलोनी, परवाना नगर, वेदांत, नगर सहज कॉलोनी, गुरुरामदास नगर आदि क्षेत्र रात भर अंधेरे में डूबा रहा।
वहीं लाल सिंह रोड पर रात को 12 बजे बिजली के तार टूट जाने से इस क्षेत्र में बिजली सप्लाई बाधित हो गई। देर रात में पीड़ित लोगों ने फोन खटखटाने के बाद रात दो बजे बिजली सप्लाई चालू हो सकी।
उधर, पुराना घल्लकलां रोड पर डेरा बाबा मल्ल सिंह गुरुद्वारे के निकट के क्षेत्र में रविवार शाम को आई आंधी के बाद बिजली सप्लाई बाधित होने पर यह मंगलवार शाम पांच बजे भी सुचारु नहीं हो सकी। जिस कारण बग्गेआना बस्ती, पुराना घल्लकलां रोड आदि क्षेत्र में बिजली के साथ-साथ दो दिन तक लोगों को पीने का पानी भी नहीं मिल सका।
उधर, अकालसर रोड स्थित सरदार नगर में रात को 12 बजे के बाद बिजली सप्लाई भंग हो गई जो सुबह आठ बजे चालू हो सकी, उसके बाद ही इस क्षेत्र में लोगों को पीने के पानी मिल सका। यही स्थिति अकालसर रोड, रब्बजी वाली गली में भी रही।
--------------- बिजली गिरने से दो कमरे ध्वस्त
गांव मैहरों में सोमवार रात को लगभग नौ बजे आसमानी बिजली अजमेर सिंह के मकान पर गिरी। इससे अजमेर सिंह के दो कमरे पूरी तरह ध्वस्त हो गए, जबकि तीसरे कमरे की छत का कुछ हिस्सा फट गया और दीवारों पर दरारें पड़ गई। संयोगवश परिवार के लोग दूसरे कमरों में सो रहे थे वहां इस बिजली का असर नहीं पड़ा। अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था।
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कोट्स
रात को तेज आंधी के कारण मल्लनशाह से बुक्कनवाला रोड पर बिजली के कुछ खंभे गिर जाने के कारण सप्लाई बाधित रही। सूचना मिलने के बाद तत्काल खंभों को दोबारा लगाने का काम शुरू कर दिया गया था।
-दमनजीत सिंह तूर, एक्सईएन पावरकॉम।