विरोधी पार्टियां लोक इंसाफ पार्टी की लोकप्रियता से घबराई : बैंस
मोगा लुधियाना निवासी एक महिला द्वारा लोक इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष व विधायक सिमरजीत सिंह बैंस पर संगीन आरोप लगाने के मामले पर मोगा में विधायक बैंस ने पत्रकारों से अपनी स्थिति स्पष्ट की है। उन्होंने कहा कि दरअसल पंजाब की विरोधी पार्टियों के नेता लोक इंसाफ पार्टी की लोकप्रियता से इतना घबरा गए हैं कि वे इस तरह ही गंदी राजनीति करने लगे हैं। मगर वह ऐसी गिदड़ धमकियों से कभी भी डरने वाले नहीं हैं।
संवाद सहयोगी, मोगा
लुधियाना निवासी एक महिला द्वारा लोक इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष व विधायक सिमरजीत सिंह बैंस पर संगीन आरोप लगाने के मामले पर मोगा में विधायक बैंस ने पत्रकारों से अपनी स्थिति स्पष्ट की है। उन्होंने कहा कि दरअसल पंजाब की विरोधी पार्टियों के नेता लोक इंसाफ पार्टी की लोकप्रियता से इतना घबरा गए हैं कि वे इस तरह ही गंदी राजनीति करने लगे हैं। मगर, वह ऐसी गिदड़ धमकियों से कभी भी डरने वाले नहीं हैं। इस मामले की जांच में दूध का दूध व पानी का पानी हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि पंजाब निवासी जानते हैं कि समस्याओं में चारों ओर से घिरे पंजाब को बचाने के लिए लोक इंसाफ पार्टी ने एक बड़ा जेहाद छेड़ा है। इस संघर्ष में चाहे लाख रोडे आएं, परंतु विरोधियों के गलत मनसूबे कभी कामयाब नहीं होगे, क्योंकि पंजाब के निवासी उनके किरदार को जानते हैं।
उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ता द्वारा दी शिकायत पढ़कर यह स्पष्ट हो जाता है कि उसकी मंशा क्या है। उन्होंने कहा कि पहले भी ऐसे कई झूठे मामले दर्ज हुए हैं और यह मामला भी सरासर झूठा है।
इससे पहले लोक इंसाफ पार्टी द्वारा हरिके पतन से चलकर पंजाब अधिकार यात्रा विश्वकर्मा भवन मोगा में पहुंची, जो बाद में विभिन्न कस्बों के लिए रवाना हुई। इस मौके पर सिमरजीत सिंह बैंस ने कहा कि पानियों के मुद्दे पर पंजाब अधिकार यात्रा निकाली जा रही है। यह यात्रा मोगा से बुघीपुरा, डाला, बुट्टर, बधनी, बिलासपुर, तख्तूपुरा, धूड़कोट, निहाल सिंह वाला, खोटू मानूके, माहला कलां, निहाल सिंह वाला, बाघापुराना से होते हुए दमदमा साहिब पहुंचेगी। उन्होंने कहा कि 19 नवंबर तक 700 किलोमीटर का सफर तय करते हुए चंडीगढ़ विधानसभा की पटीशनर कमेटी के पास 21 लाख पंजाबियों के हस्ताक्षरों वाली पटीशन दायर की जाएगी। यह पटीशन पंजाब के पानियों की 1962 में किए गए बंटवारे के खिलाफ है, क्योंकि पंजाब कानून के अनुसार राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली को पानी की कीमत का हक रखता है। अगर अकेले राजस्थान की बात करें, तो उससे पंजाब ने 16 लाख करोड़ से अधिक की राशि लेनी है। अगर यह राशि पंजाब को मिल जाए तो पंजाब का किसान, मजदूर, व्यापारी व खुद पंजाब सरकार कर्जा मुक्त हो सकती है। इस मौके पर मंजीत सिंह, साधू सिंह धम्मू, जसविदर सिंह समाध भाई, अजीत कुमार लेक्चरर, रविदर सिंह बाघापुराना, मंजीत कौर मानूके, जगसीर सिंह राजेयाना, गुरजंट सिंह मानूके, सिमरन कौर आदि उपस्थित थे।