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जन्माष्टमी के उत्साह पर दिखा कोरोना संक्रमण का असर, नहीं दिखी भीड़

मोगा श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर कोरोना संक्रमण का असर साफ तौर पर देखा गया पिछले चार दशकों से जन्माष्टमी के मौके पर शाम को छह बजे के बाद शहर के मेन बाजार प्रताप रोड से लेकर गीता भवन तक पैर रखने की भी जगह नहीं होती थी। इस बार इन सड़कों पर शाम को 6.30 बजे तक सन्नाटा पसरा हुआ था।

By JagranEdited By: Published: Wed, 12 Aug 2020 11:02 PM (IST)Updated: Wed, 12 Aug 2020 11:02 PM (IST)
जन्माष्टमी के उत्साह पर दिखा कोरोना संक्रमण का असर, नहीं दिखी भीड़

तरलोक नरूला, मोगा

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श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर कोरोना संक्रमण का असर साफ तौर पर देखा गया, पिछले चार दशकों से जन्माष्टमी के मौके पर शाम को छह बजे के बाद शहर के मेन बाजार प्रताप रोड से लेकर गीता भवन तक पैर रखने की भी जगह नहीं होती थी। इस बार इन सड़कों पर शाम को 6.30 बजे तक सन्नाटा पसरा हुआ था। हालांकि मंदिरों को बिजली की रंगबिरंगी रोशनी में मंदिर नहाए हुए थे। मंदिरों के खुलने को लेकर जिला प्रशासन ने हालांकि पहले से कोई गाइडलाइन जारी नहीं की थी, लेकिन पुलिस मुलाजिम शाम को मंदिरों पर पहुंचकर आठ बजे तक मंदिर बंद करने का आग्रह करते रहे। हालांकि उनके पास भी मंदिरों को बंद करने का कोई लिखित आदेश नहीं था।

गौरतलब है कि हर साल श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर शहर में गीता भवन क्षेत्र में सबसे बड़ा मेला लगता था, लेकिन इस बार वहां कुछ फुटपाथी दुकानदारों के अलावा कोई नहीं दिखा। मेन बाजार में शिवाला मंदिर में सबसे ज्यादा भीड़ होती थी, लेकिन इस बार वहां भी श्रद्धालु काफी कम संख्या में पहुंचे।

मंदिरों में सरकारी गाइड लाइन के तहत पुजारी भक्तों को सोशल डिस्टेंस बनाए रखने को प्रेरित कर रहे थे। वहीं पंजाब महावीर दल, बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने भक्तों के बुखार टेस्ट करने व सोशल डिस्टेंस बनाए रखने के लिए कमान संभाल रखी थी।

श्रीम शर्मा प्राचीन शिवाला मंदिर में भक्तों को इस महामारी से बचाव हेतु दुरी बनाए रखने, मास्क पहनने को प्रेरित कर रहे थे।

उधर, प्राचीन सनातन धर्म शिव मंदिर के पुजारी पवन गौतम ने कहा कि जन्माष्टमी पर भक्तों का मेला होता था, लेकिन इस महामारी के बढ़ते क्रम के चलते आज 25-30 प्रतिशत ही लोग आए है। उन्होंने कहा कि भगवान श्री कृष्ण के इस पावन पर्व पर हम सब यही प्रार्थना करें कि यह महामारी जल्द ठीक हो, ताकि फिर से एकत्रित होकर इस तरह के पर्व मना सके।

उधर, प्राचीन शिवाला मंदिर में पुजारी अक्षय शर्मा की अगुवाई में भक्तों ने भगवान श्री कृष्ण के पावन झूले को झुलाया ओर भगवान के दर्शन किए।

इस दौरान श्री सनातन धर्म हरि मंदिर में पवन गौड़ की अगुआई में भक्तो ने श्री कृष्ण को झूला झूलाकर भगवान के अलग-अलग स्वरूपों के दर्शन किए । पंडित पवन गौड़ ने कहा कि हमारी संस्कृति में धार्मिक पर्व बड़ी महत्ता रखते है।


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